



आमजनों की समस्याओं/शिकायतों का ससमय नियमानुकूल तरीके से करें निष्पादन : जिलाधिकारी
कार्य संस्कृति में सुधार लायें अधिकारी, तत्परतापूर्वक कार्यालयों के कार्यों को करें निष्पादित
खराब चापाकलों, ननफंक्शनल नल-जल योजना को अविलंब ठीक कराने का निर्देश
जिलाधिकारी द्वारा सोमवारीय बैठक में की गयी र्विभन्न योजनाओं/कार्यक्रमों की समीक्षा
✍️ सह-संपादक
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय द्वारा आज सोमवारीय बैठक के तहत विभिन्न विभागों द्वारा क्रियान्वित योजनाओं/कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की गयी। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपनी कार्य संस्कृति में सुधार लाएं, तत्परतापूर्वक जिले के विकास में अपना योगदान दें अन्यथा सख्त कार्रवाई की जायेगी। लापरवाही, शिथिलता एवं कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी आमजनों की शिकायतों/समस्याओं को गंभीरता से सुने और उसका ससमय नियमानुकूल निराकरण कराना सुनिश्चित करें। आमजनों के साथ संवेदनशीलता के साथ पेश आयें। ससमय लोगों को लाभ मिल सके, इसे हर हाल में सुनिश्चित किया जाय। बेवजह लोगों को परेशान करने वाले अधिकारियों एवं कर्मियों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी। जिलाधिकारी द्वारा पंचायत उप निर्वाचन को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने हेतु सभी संबंधित अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों एवं कर्मियों की सराहना की गयी। साथ ही निर्देश दिया गया कि आगामी निर्वाचनों को भी सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने हेतु अपने-अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन तत्परतापूर्वक करें।स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि कोविड-19 टेस्टिंग की गति को बढ़ायी जाय। इसके साथ ही लक्ष्य के अनुरूप नियमित टीकाकरण से लाभुकों को आच्छादित किया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि नियमित रूप से सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों का संचालन हो, इसका दृढ़तापूर्वक अनुपालन सुनिश्चित किया जाय। साथ ही स्वास्थ्य केन्द्रों में डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टॉफ तथा अन्य कर्मियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाय। अस्पतालों में आने वाले मरीजों को समुचित ईलाज तथा दवा मुहैया करायी जाय। कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी को निर्देश दिया गया कि मरम्मति दल की संख्या बढ़ाते हुए अविलंब जिले के सभी खराब चापाकलो की मरम्मति कराना सुनिश्चित करेंगे। भिखनाठोरी में पेयजल जलापूर्ति की स्थिति पर नजर बनाये रखेंगे तथा पेयजल का स्थायी समाधान कराने हेतु कारगर कार्रवाई करेंगे। नल-जल योजना की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में शत-प्रतिशत जलापूर्ति सुनिश्चित किया जाय। किसी कारणवश किन्ही स्थल पर नल-जल योजना ननफंक्शनल है, उसे तुरंत फंक्शनल कराया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि जिन बीपीआरओ द्वारा कार्य में अभिरूचि नहीं ली जा रही है, अथवा लापरवाही एवं शिथिलता बरती जा रही है, उनको चिन्हित किया जाय और कार्रवाई किया जाय। बीपीआरओ द्वारा किये जा रहे कार्यों की नियमित रूप से समीक्षा की जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा बीपीआरओ लेखापाल तथा तकनीकी सहायकों के कार्यों की निगरानी करेंगे। जिला पंचायत राज पदाधिकारी सतत मॉनिटरिंग करेंगे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि हर घर तक पक्की गली-नालियां योजना के तहत योजना के क्रियान्वयन में प्राक्कलन की विशिष्टियों का शत-प्रतिशत अनुपालन होना चाहिए। अगर किसी के द्वारा गड़बड़ी की जायेगी तो उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई होगी। जिलाधिकारी द्वारा दाखिल-खारिज, परिमार्जन की दौरान सभी अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि दाखिल-खारिज मामलों के निष्पादन में लापरवाही, शिथिलता बरतने वालों के विरूद्ध कार्रवाई करें। लंबित दाखिल-खारिज के मामलों को कैम्प मोड में निष्पादित करना सुनिश्चित करें। साथ ही नये मामलों का निष्पादन समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित करें। समीक्षा के क्रम में डीपीएम, जीविका द्वारा बताया गया कि सरकार के निर्देश के आलोक में जीविका विभाग द्वारा कार्य किया जा रहा है। नीरा उत्पादन हेतु कुल-296 लोगों को लाईसेंस निर्गत किया गया है। 56 अन्य लोगों द्वारा आवेदन प्राप्त हुआ है, इस संदर्भ में अग्रतर कार्रवाई की जा रही है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि नीरा उत्पादन को बढ़ावा दें तथा नीरा उत्पादन हेतु इच्छुक लोगों को नियमानुकूल तरीके से लाईसेंस निर्गत करें। बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि यह सरकार की अत्यंत ही महत्वाकांक्षी योजना है। इन योजनाओं से अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को लाभान्वित करें तथा जिले की रैकिंग में सुधार लायें। बैठक में शौचालय निर्माण घर का सम्मान, उद्यमिता विकास, सोलर स्ट्रीट लाईट, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन, पेंशन वितरण, मोटराईज्ड ट्राईसाईकिल वितरण, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, परवरिश योजना, स्पॉसरशिप योजना, सीडब्ल्यूजेसी/एमजेसी, राष्ट्रीय तथा बिहार मानवाधिकार आयोग, समेकित थरूहट विकास अभिकरण आदि के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गयी। इस अवसर पर सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह, अनिल राय सहित सभी जिलास्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे तथा एसडीएम, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी आदि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।