महराजगंज जनपद से ब्यूरो रिपोर्ट :
लू, डिहाइड्रेशन और फूड प्वाइजनिंग के मामले बढ़े
डॉक्टरों की सलाह पानी पिएँ, हल्का खाएँ, धूप से बचें
न्यूज़ डेस्क, जनपद महराजगंज
तैयब अली चिश्ती
– अमिट लेख
महराजगंज, (ए.एल.न्यूज़)। इन दिनों गर्मी अपने चरम पर है। देश के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है। लगातार चढ़ते पारे ने लोगों की दिनचर्या पर असर डाला है और अस्पतालों में लू, डिहाइड्रेशन और फूड प्वाइजनिंग जैसे मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।

विशेषज्ञों का कहना है कि यदि समय रहते सावधानी न बरती जाए तो यह गर्मी जानलेवा भी साबित हो सकती है।
अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की भीड़ :
स्थानीय अस्पतालों के डॉक्टरों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में लू लगने, पानी की कमी और उल्टी-दस्त जैसी शिकायतें लेकर आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। इनमें सबसे अधिक संख्या बुजुर्गों, बच्चों और बाहर काम करने वाले मज़दूरों की है। निचलौल सीएचसी डॉक्टर उमेश चंद के मुताबिक “गर्मी में शरीर से पसीने के रूप में बहुत सारा पानी और नमक बाहर निकल जाता है। अगर समय पर पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स न लिए जाएँ, तो डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक का खतरा हो सकता है।
गर्मी से बचाव के आसान उपाय, कुछ जरूरी सावधानियाँ अपनाए
दिन में कम से कम 8–10 गिलास पानी पिएँ
नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी जैसे पेय शामिल करें
दोपहर 11 से 4 बजे के बीच बाहर जाने से बचें
सूती और हल्के रंग के कपड़े पहनें :
बाहर निकलते समय छाता, टोपी और चश्मे का प्रयोग करें बासी और खुला खाना खाने से बचें।
बीमारी प्रमुख लक्षण बचाव :
हीट स्ट्रोक सिरदर्द, तेज बुखार, चक्कर, बेहोशी शरीर को ठंडा रखें, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें डिहाइड्रेशन कमजोरी, मूर्छा, मुंह सूखना नियमित रूप से पानी व नमक-शक्कर घोल लें। फूड प्वाइजनिंग उल्टी, दस्त, पेट दर्द ताजा, साफ और घर का बना खाना खाएँ घमौरी/हीट रैश लाल दाने, खुजली त्वचा को सूखा रखें, पाउडर या हल्का लोशन लगाएँ।
बुजुर्गों और बच्चों का खास ख्याल रखें :
गर्मी का असर सबसे ज्यादा कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों पर होता है। डॉक्टर का कहना है कि घर में बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को गर्मी से बचाने के लिए उन्हें दिन में कई बार पानी पिलाना, हल्का भोजन देना और ठंडी जगह पर रखना चाहिए।निचलौल सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर उमेश चंद्र ओर से लोगों से अपील की गई है कि वे गर्मी में बाहर निकलने से बचें और जरूरत पड़ने पर ही बाहर जाएँ। अगर किसी को लू लगने या अत्यधिक पसीना आने के लक्षण दिखें, तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में एनम आशा आंगनबाड़ी से संपर्क करें संपर्क करें।
निष्कर्ष :
गर्मी कोई मामूली बात नहीं है। थोड़ी सी लापरवाही गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है। सावधानी बरतें, पानी पिएँ और मौसम के अनुसार अपने व्यवहार में बदलाव लाएँ — यही इस मौसम की सबसे बड़ी जरूरत है।
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