सफाई कर्मचारी कामगार यूनियन, (एक्टू) ने 5 सूत्री मांग को लेकर डीएम के यहां किया धरना-प्रदर्शन 

बेतिया से उप-संपादक का चश्मा :

सफाई कर्मचारी कामगार यूनियन,(एक्टू) के आंदोलन में शामिल हुए सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता

न्यूनतम मजदूरी के लिए सरकार और नौकरशाही के चक्की में पीस रहा है नगर निगम सफाई कर्मचारी : विधायक

मजदूरों का हक नहीं मिला तो विधानसभा में गुंजेगा आवाज : वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता

न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चंपारण 

मोहन सिंह

–  अमिट लेख

बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। भाकपा-माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता बेतिया समाहरणालय गेट पर सफाई कर्मचारी कामगार यूनियन, (एक्टू) के आंदोलन में शामिल हुए।

फोटो : मोहन सिंह

प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पहले अटल बिहारी सरकार ने पेंशन को खत्म किया था, वही नितीश-भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने नगर कर्मचारियों के स्थाई नोकरियों को खत्म कर दिया गया है, आज भाजपा जदयू के विधायक- सांसद के सगे संबंधियों ने एनजीओ बना कर मजदूरों को सरेआम लूट रहे है, सरकार और जिलाधिकारी के नाक के निचे न मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी मिल रही है, न समय से मजदूरी मिल रही है, महिने में 5-10 दिन का मजदूरी काटे जाने की शिकायत मिल रही है। नगर निगम सफाई कर्मचारी- न्यूनतम मजदूरी के लिए सरकार और नौकरशाही के चक्की में पीस रहा है। सरकार और प्रशासन मजदूरों के सवालों का नहीं सुना तो अगामी विधानसभा सत्र में मजदूरों के सवाल।

सभा को संबोधित करते सिकटा विधायक

भाकपा-माले नेता सुनील कुमार राव ने कहा कि आज जो सफाई कर्मचारियों के शोषण के खिलाफ आंदोलन सुरू हुआ है उसे आगे जारी रखना है आप के हक के लडाई में साथ है, इंसाफ मंच जिला अध्यक्ष अखतर इमाम ने नगर निगम के कर्मचारी बेतिया में वर्षों से कार्यरत स्थायी/सेवा निवृत/संविदा सफाई / आउटसोर्स कर्मियों की लंबित 5 सूत्री मांगों की पूर्ति के आंदोलन के साथ है, अंत में एक प्रतिनिधिमण्डल नें जिला अधिकारी से मिल कर लम्बित मॉग जो निम्न प्रकार है दिया गया। आउटसोर्स के कार्यरत कर्मियों को बेतिया निगम के अन्य कर्मियों की भाँति 18,000/- (अठारह हजार) रूपया मासिक मजदूरी का भुगतान किया जाय छाया प्रति संलग्न।

छाया : अमिट लेख

स्थायी कर्मचारी को वरीयता के आधार पर पद्यौन्नति का लाभ दिया जाय। सरकारी आदेशानुसार एवं बेतिया बोर्ड की स्वीकृति के आधार पर सेवानिवृत कर्मचारियों को पेंशन एवं पारिवारिक पेंशन का भुगतान किया जाय कार्य के दौरान मृत सभी कर्मियों के आश्रितों को अनुकम्पा पर नौकरी एवं (दस) लाख रूपया आर्थिक सहायता दी जाय। पर निगम में कार्यरत सभी कर्मचारियों की भविष्य निधि की कटौती राशि-अद्यतन किया जाय और इसकी जानकारी संबंधित कर्मचारियों की दी जाय।