जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक सम्पन्न हुयी
सह संपादक
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक सम्पन्न हुयी। बैठक में विधायक राम सिंह, उमाकांत सिंह, नारायण प्रसाद, वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता द्वारा उर्वरक की उपलब्धता, वितरण, निगरानी आदि से संबंधित सुझाव दिये गये।
उमाकांत सिंह ने कहा कि उर्वरक की और अधिक उपलब्धता सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। नारायण प्रसाद ने कहा कि निर्धारित मूल्य पर उर्वरक की बिक्री हो, ज्यादा मूल्य लेने वाले दुकानदारों के विरूद्ध कार्रवाई की जाय। राम सिंह ने खेतों की उर्वरा शक्ति के मद्देनजर अपने सुझाव दिये। उन्होंने कहा कि नैनो यूरिया को प्रोत्साहन देना होगा, कृषकों को इसके लिए जागरूक एवं प्रेरित करना होगा। जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि खरीफ मौसम के लिये जिले में यूरिया, डीएपी, एनपीके, पोटाश, एसएसपी की पर्याप्त उपलब्धता है। उर्वरक की बिक्री निर्धारित मूल्य एवं सही मात्रा में हो, इस हेतु कृषि विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। उर्वरक प्रतिष्ठानों की नियमित रूप से तथा औचक निरीक्षण करायी जा रही है। निरीक्षण के क्रम में बिक्री पंजी, कैशमेमो, पॉश मशीन आदि की गहनता से जांच की जाती है। उन्होंने बताया कि खरीफ वर्ष में अबतक 15 छापेमारी की गयी है। अनियमितता के विरूद्ध 02 प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। 01 अनुज्ञप्ति को रद्द कर दिया गया है तथा एक उर्वरक प्रतिष्ठान से स्पष्टीकरण की मांग की गयी है। जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय ने कहा कि जिले में पर्याप्त मात्रा में विभिन्न उर्वरक की उपलब्धता रहे, इस हेतु कारगर उपाय करना है ताकि किसानों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। उर्वरक की बिक्री निर्धारित मूल्य तथा सही वजन के साथ करना है, इसे सुनिश्चित किया जाय। उर्वरक की कालाबाजारी किसी भी सूरत में नहीं होने पाएं, इस हेतु लगातार छापेमारी अभियान, निरीक्षण आदि कार्रवाई चलती रहनी चाहिए। उर्वरक की कालाबाजारी एवं प्रतिष्ठान के माध्यम से निर्धारित मूल्य से ज्यादा राशि लेने की शिकायत पर सख्त कार्रवाई की जाय। उन्होंने कहा कि किसानों के हितों के लिए कार्य करें। उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाने की दिशा में बेहतर तरीके से कार्य करते हुए कृषकों को लाभान्वित करना होगा। उन्होंने कहा कि सबका दायित्व है कि किसानों को हर संभव मदद उपलब्ध करायी जाय। किसानों को परेशानियों का सामना नहीं करना पडे़, इस हेतु कारगर प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि नवीन उर्वरकों तथा जैविक खादों के इस्मेमाल हेतु कृषकों को जागरूक एवं प्रेरित करना होगा। उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार ने कहा कि खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ाने की दिशा में सभी को कार्य करना चाहिए। नवीन उर्वरकों, जैविक खादों का इस्तेमाल कर फसलों की उत्पादकता बढ़ाने की आवश्यकता है। इस हेतु पॉयलट प्रोजेक्ट के रूप में जिले के अग्रणी किसान आगे की ओर कदम बढ़ायें, इस हेतु कार्य करें। इस अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी, प्रवीण कुमार राय सहित उर्वरक के थोक विक्रेता आदि उपस्थित रहे।