Tag: त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज से लेकर अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र तक की स्थिति काफी चरमराई हुई है।

  • अनुमंडलीय अस्पताल से प्रसव के बाद बच्चा की अदला बदली

    अनुमंडलीय अस्पताल से प्रसव के बाद बच्चा की अदला बदली

    जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :

    बतादे की ऐसी घटना पहली बार नही है इससे पूर्व भी अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज में छह माह पूर्व बच्चा बदलने की घटना घट चुकी है

    न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल 

    संतोष कुमार

    – अमिट लेख

    सुपौल, (ए.एल.न्यूज़)। त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल से प्रसव के बाद बच्चा के अदला-बदली का मामला प्रकाश में आया है। मामले में पीड़ित परिवार ने अस्पताल में कार्यरत ममता कार्यकर्ता पर बच्चा बदलने का आरोप लगाया है।

    फोटो : संतोष कुमार

    इस घटना के बाद पूरे अस्पताल परिसर में अफरातफरी मच गई। वही मामला संज्ञान में आने के बाद काफी जद्दोजहद व अस्पताल प्रबंधन द्वारा की गई करवाई के बाद अंततः बच्चा बरामद कर उसके मां के हवाले कर दिया गया।बच्चा बदली के बाद हरकत में आई अस्पताल प्रबंधन द्वारा बच्चे को थाना क्षेत्र के बड़ेरवा से बरामद किया गया।इस संदर्भ में बच्चा ले गए प्रसूता ने बताया कि गलतफहमी की वजह से बच्चा बदल गया। मालूम हो कि संझा देवी छब्बीस वर्ष पति कुंदन कुमार प्रसव के लिए बुधवार को अस्पताल में भर्ती हुई थी। उसे लड़का पैदा हुआ था। कुछ देर बाद लड़का बिस्तर से गायब हो गया वही लड़के की जगह लड़की बिस्तर पर पड़ी थी। घटना की जानकारी मिलनेके बाद संझा देवी हतप्रभ हो गई। और परिजनों में कोहराम मच गया।संझा देवी जदिया थाना क्षेत्र के कुपाड़ी की रहने वाली बताई जा रही है।घटना की जानकारी देते हुए संझा देवी की माँ उर्मिला देवी ने घटना को लेकर बताया कि बुधवार को मेरी बेटी को लड़का पैदा हुआ था प्रसव कक्ष में प्रसव के लिए आई कई महिला मौजूद भी मौजूद थी किसी काम से बाहर निकली उसी वक्त किसी ने लड़का बदल कर लड़की बेड पर रख कर चले गया। बाहर से जब प्रसव कक्ष लौटी तब देखा कि बच्चा बदल लिया गया है।इसकी जानकारी अस्पताल प्रबंधन को दी जिसकी जांच की जा रही है। बतादे की ऐसी घटना पहली बार नही है इससे पूर्व भी अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज में छह माह पूर्व बच्चा बदलने की घटना घट चुकी है। बता दे की पुरणदहा के अजय कुमार वार्ड तेरह को पुत्र पैदा हुआथा जिसे बदल कर पुत्री दे दी गई मामला गम्भीर होने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन किसी तरह की करवाई करने में विफल साबित हुआ।

  • बाजितपुर स्वास्थ्य केंद्र में राम भरोसे महिला प्रसव

    बाजितपुर स्वास्थ्य केंद्र में राम भरोसे महिला प्रसव

    त्रिवेणीगंज बाजितपुर स्वास्थ्य केंद्र में महिला प्रसव पीड़ा को कोई देखने वाला नहीं डॉक्टर एवं कर्मी नदारद

    त्रिवेणीगंज बाजितपुर अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज के अस्पताल प्रभारी उपाधीक्षक के पॉकेट में जब होगा तब खोलेंगे अस्पताल

    वर्ष 2012 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अस्पताल का रखा था नींव

    वर्ष 2020 कोविड-19 में जिलाधिकारी ने अस्पताल का किया था उद्घाटन

    संतोष कुमार, अनुमंडल ब्यूरो

    –  अमिट लेख

    त्रिवेणीगंज, (सुपौल)। में स्वास्थ्य व्यवस्था हासिये पर है। खासकर जिले के त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज से लेकर अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र तक की स्थिति काफी चरमराई हुई है। भगवान भरोसे संचालित है। अनुमंडल मुख्यालय से 13 किलोमीटर दूर बाजितपुर स्थित अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र कल रोज शनिवार को दिन के 11 बजे थाना क्षेत्र के गोनहा से जगदीश सादा अपनी 22 वर्षीय पोती प्रियंका देवी को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों के साथ अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र बाजितपुर पहुंचे लेकिन इसे न तो यहाँ कोई डॉक्टर मिले और न ही कोई नर्स। कल देर संध्या तक यह महादलित परिवार दर्द से कराहती गर्भवती प्रियंका देवी को लेकर अस्पताल में रुके लेकिन डॉक्टर और नर्स सभी भगवान की तरह अदृश्य हो गए। न तो अस्पताल में डॉक्टर ही नजर आए और न ही नर्स। अंत में थक हारकर परिजन अपने गर्भवती मरीज को किसी निजी अस्पताल ले गए।परिजनों का कहना है। डॉक्टर व नर्स के अस्पताल में नहीं रहने पर दर्द से कराह रही इस गर्भवती मरीज को गाँव की एक दाई ने आकर जाँच किया तो दाई ने कहा कि शाम तक हो जाएगा। लेकिन गर्भवती मरीज को प्रसव पीड़ा इतनी ज्यादा थी की वह सही ढंग से न तो लेट सकती थी। और न खड़ी हो सकती थी।प्रसव पीड़िता दर्द से छटपटा रही थी।परिजन यह भी आशंका जता रहे थे। कि अगर मेरे इस मरीज को कुछ हो जाएगा कोई नुकसान हो जाएगा तो इसकी जवाबदेही कौन लेगा। जब यहां पर मौजूद सभी ग्रामीणों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2012 में यहां के चार पंचायत के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा गांव में ही मिल जाए। इसके लिए यहां अस्पताल का नींव रखा था। और कोविड-19 वर्ष 2020 में अस्पताल का उद्घाटन जिला अधिकारी कौशल कुमार ने भव्य तरीके से किया था। लेकिन उद्घाटन के कुछ महीनों तक अस्पताल चला लेकिन कुछ मैंने किससे या अस्पताल को देखने वाला भी कोई नहीं है। जब यहां के ग्रामीण त्रिवेणीगंज अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी उपाध्यक्षिक को फोन करते हैं। तो वह कहते हैं बाजीतपुर अतिरिक्त स्वास्थ्य के अस्पताल हमारे पॉकेट में है। हम जब पॉकेट में हाथ देंगे तब खुलेगा नहीं देंगे तो नहीं खुलेगा।