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Post: बाजितपुर स्वास्थ्य केंद्र में राम भरोसे महिला प्रसव

बाजितपुर स्वास्थ्य केंद्र में राम भरोसे महिला प्रसव

त्रिवेणीगंज बाजितपुर स्वास्थ्य केंद्र में महिला प्रसव पीड़ा को कोई देखने वाला नहीं डॉक्टर एवं कर्मी नदारद

त्रिवेणीगंज बाजितपुर अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज के अस्पताल प्रभारी उपाधीक्षक के पॉकेट में जब होगा तब खोलेंगे अस्पताल

वर्ष 2012 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अस्पताल का रखा था नींव

वर्ष 2020 कोविड-19 में जिलाधिकारी ने अस्पताल का किया था उद्घाटन

संतोष कुमार, अनुमंडल ब्यूरो

–  अमिट लेख

त्रिवेणीगंज, (सुपौल)। में स्वास्थ्य व्यवस्था हासिये पर है। खासकर जिले के त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज से लेकर अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र तक की स्थिति काफी चरमराई हुई है। भगवान भरोसे संचालित है। अनुमंडल मुख्यालय से 13 किलोमीटर दूर बाजितपुर स्थित अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र कल रोज शनिवार को दिन के 11 बजे थाना क्षेत्र के गोनहा से जगदीश सादा अपनी 22 वर्षीय पोती प्रियंका देवी को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों के साथ अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र बाजितपुर पहुंचे लेकिन इसे न तो यहाँ कोई डॉक्टर मिले और न ही कोई नर्स। कल देर संध्या तक यह महादलित परिवार दर्द से कराहती गर्भवती प्रियंका देवी को लेकर अस्पताल में रुके लेकिन डॉक्टर और नर्स सभी भगवान की तरह अदृश्य हो गए। न तो अस्पताल में डॉक्टर ही नजर आए और न ही नर्स। अंत में थक हारकर परिजन अपने गर्भवती मरीज को किसी निजी अस्पताल ले गए।परिजनों का कहना है। डॉक्टर व नर्स के अस्पताल में नहीं रहने पर दर्द से कराह रही इस गर्भवती मरीज को गाँव की एक दाई ने आकर जाँच किया तो दाई ने कहा कि शाम तक हो जाएगा। लेकिन गर्भवती मरीज को प्रसव पीड़ा इतनी ज्यादा थी की वह सही ढंग से न तो लेट सकती थी। और न खड़ी हो सकती थी।प्रसव पीड़िता दर्द से छटपटा रही थी।परिजन यह भी आशंका जता रहे थे। कि अगर मेरे इस मरीज को कुछ हो जाएगा कोई नुकसान हो जाएगा तो इसकी जवाबदेही कौन लेगा। जब यहां पर मौजूद सभी ग्रामीणों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2012 में यहां के चार पंचायत के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा गांव में ही मिल जाए। इसके लिए यहां अस्पताल का नींव रखा था। और कोविड-19 वर्ष 2020 में अस्पताल का उद्घाटन जिला अधिकारी कौशल कुमार ने भव्य तरीके से किया था। लेकिन उद्घाटन के कुछ महीनों तक अस्पताल चला लेकिन कुछ मैंने किससे या अस्पताल को देखने वाला भी कोई नहीं है। जब यहां के ग्रामीण त्रिवेणीगंज अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी उपाध्यक्षिक को फोन करते हैं। तो वह कहते हैं बाजीतपुर अतिरिक्त स्वास्थ्य के अस्पताल हमारे पॉकेट में है। हम जब पॉकेट में हाथ देंगे तब खुलेगा नहीं देंगे तो नहीं खुलेगा।

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