पूर्वी चम्पारण जिला के रक्सौल प्रखंड का है जहां शराब पीन की जांच की गई है
न्यूज़ डेस्क, मोतिहारी ब्यूरो
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
मोतिहारी, (जिला ब्यूरो)। पूर्वी चम्पारण जिला के रक्सौल प्रखंड का है जहां शराब पीन की जांच की गई है। जो कि रसायनिक पदार्थ के रूप में मौजूद है। दरसल पुलिस ने शराब पीते हुए 15 लोगों को पकड़ा फिर शराब पीते हुए जांच के लिए रक्सौल त्रिलोक अस्पताल लेकर पहुंचे। बता दें कि अस्पताल में ब्रेथ एनेलाइजर मशीन नहीं थी। जिसके बाद वहां के ड्यूटी पर बैठे एनेलाइजर मशीन ने एक सफेद कागज़ का विज्ञापन किया और उसे दादा के मुंह में डाल कर फंक्स मारने के लिए फिर से कहा कि अस्पताल में कारीगर ने कागज को पहले खुद सुंघा और फिर से बनाया था। ड्यूटी पर फार्मासिस्ट डॉक्टर साहब को भी पेपर सुघने के लिए दिया। जिसके बाद कागज ने पेपर सुघ कर ये पक्का कर दिया कि शराबियों ने शराब पी है या नहीं। अब आपका माल लग सकता है कि जिस राज्य में ब्रेथ एनेलजिस्ट्री की जगह जुगार टेक्नोलॉजी से शराब पीने की जांच हो रही है वहां शराब बंदी अभियान कितना सफल हो सकता है। हलाकी मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी और पुलिस अधिकारी भी कुछ बातों से बचते नजर आए।