विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :
बिहार राज्य में सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के समक्ष इस बीमारी से पीडित होने के पश्चात समाधान के साधन अत्यंत सीमित हैं
न्यूज डेस्क, राजधानी पटना
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
पटना, (ए.एल.न्यूज़)। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने जेपी नड्डा से बिहार के लोगों के लिए बड़ी मांग कर दी। जीतन राम मांझी ने पत्र के माध्यम से कहा कि आप अवगत होंगे कि विगत वर्षों में कर्क रोग से संबंधित मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि कर्क रोग एक ऐसी महामारी का रूप ले रहा है। जिसकी चिकित्सा की सुविधाएं बिहार में सुलभ रूप से उपलब्ध नहीं हैं तथा उपलब्धता की स्थिति में जन-सामान्य की आर्थिक क्षमता से परे हैं। बिहार राज्य में सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के समक्ष इस बीमारी से पीडित होने के पश्चात समाधान के साधन अत्यंत सीमित हैं।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना में मात्र एक कैंसर-विज्ञान विभाग कार्यरत होने की स्थिति में अत्यधिक संख्या में संपूर्ण बिहार प्रदेश से एवं सीमावर्ती प्रदेशों से कैंसर मरीजों के आगमन के कारण इस विभाग पर क्षमता से अधिक भार रहता है। स्थिति इतनी गंभीर है कि तत्काल चिकित्सा वाले मरीजों को भी एक से डेढ़ वर्ष की प्रतीक्षा अवधि का सामना करना पड़ता है। अतः विषयवस्तु की गंभीरता के आलोक में आपसे विनम्र अनुरोध है कि जनहित को ध्यान में रखते हुए बिहार में एक आधुनिक क्षेत्रीय कर्क रोग संस्थान की स्थापना हेतु आवश्यक आदेश देने की कृपा करें ताकि इस गंभीर रोग से मरीजों को स्वस्थ जीवन का अधिकार प्राप्त हो सके।