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Post: किसानों को सहजता से उपलब्ध कराएं उर्वरक : जिला पदाधिकारी

किसानों को सहजता से उपलब्ध कराएं उर्वरक : जिला पदाधिकारी

बेतिया से उप-संपादक का चश्मा :

किसानों के हितों की रक्षा करना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता

किसी भी स्थिति में किसानों का शोषण नहीं होने देना है

सरकार किसानों के कल्याण और उत्थान के लिए निरंतर कर रही है कार्य

जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में जिला उर्वरक निगरानी समिति की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न

न्यूज़ डेस्क, ए.एल.न्यूज़

– अमिट लेख

बेतिया, (मोहन सिंह)। जिला पदाधिकारी तरनजोत सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में जिला उर्वरक निगरानी समिति की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई।

बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, पश्चिम चम्पारण द्वारा कृषि विभाग की योजनाओं एवं रबी 2025-26 के लिए उर्वरक की आवश्यकता और उपलब्धता की विस्तृत जानकारी दी गई। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि अब तक जिले को 22,714.869 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध कराया गया है, जबकि डीएपी 10,936.225 मीट्रिक टन, पोटाश 5,387.351 मीट्रिक टन, एनपीके 11,255.045 मीट्रिक टन तथा एसएसपी 10,711.510 मीट्रिक टन की आपूर्ति की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि रबी सीजन में अभी इन सभी उर्वरकों की अतिरिक्त आवश्यकता बनी हुई है। बैठक में उर्वरक बिक्री में अनियमितताओं पर की गई कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया गया कि 01 अक्टूबर 2025 से 22 दिसंबर 2025 तक जिले के 394 उर्वरक प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई, जिसमें 17 मामलों में अनियमितता पाई गई। इसके तहत एक प्रतिष्ठान के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई, पांच प्रतिष्ठानों की अनुज्ञप्ति रद्द की गई, तीन की अनुज्ञप्ति निलंबित की गई तथा आठ प्रतिष्ठानों से शोकॉज किया गया है।जिला कृषि पदाधिकारी ने यह भी बताया कि जिले के सभी प्रखंडों में प्रखंड प्रमुख की अध्यक्षता में प्रखंडस्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठकें सम्पन्न हो चुकी हैं। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी तरनजोत सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिला उर्वरक निगरानी समिति का मुख्य उद्देश्य किसानों को पूरा समर्थन देना है और किसी भी स्थिति में उनका शोषण नहीं होने देना है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के कल्याण और उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत है, इसलिए सरकार द्वारा निर्धारित सभी सुविधाएं किसानों को समय पर मिलनी चाहिए। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि किसानों को सहजता से उर्वरक उपलब्ध कराया जाए तथा उर्वरकों का समान रूप से वितरण सुनिश्चित किया जाए, ताकि छोटे और सीमांत किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने किसानों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए 24×7 कंट्रोल रूम के संचालन का निर्देश देते हुए कहा कि प्राप्त सभी शिकायतों का विधिवत संधारण किया जाए और शिकायत के आलोक में की गई कार्रवाई का विवरण भी अंकित किया जाए। जिलाधिकारी ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि किसानों के हितों से खिलवाड़ करने वाले, चाहे वे पदाधिकारी हों, कर्मी हों या थोक एवं खुदरा विक्रेता—किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। उर्वरक बिक्री में गड़बड़ी करने वालों के विरुद्ध तुरंत प्राथमिकी दर्ज करते हुए उनकी अनुज्ञप्ति रद्द या निलंबित की जाएगी। उन्होंने किसानों को नैनो यूरिया के लाभों से अवगत कराने और इसके व्यापक प्रचार-प्रसार का भी निर्देश दिया। इसके साथ ही शत-प्रतिशत उर्वरक, बीज, कीटनाशक नमूना संग्रह करने का निर्देश दिया गया। बैठक में उपस्थित माननीय विधायक, चनपटिया, अभिषेक रंजन ने भी जिला प्रशासन से आग्रह किया कि उर्वरकों की बिक्री निर्धारित मूल्य पर सुनिश्चित कराई जाए तथा किसी भी प्रकार की गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। बैठक में माननीय विधायक चनपटिया, अपर समाहर्ता राजीव रंजन सिन्हा, जिला कृषि पदाधिकारी सरफराज असगर, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी राकेश कुमार सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।

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