



बुधवार को अंदौली पंचायत के अमृत सरोवर योजना में जेसीबी के माध्यम से कार्य करने की शिकायत के आलोक में जांच टीम द्वारा जांच किया गया
✍️ सरोज कुमार, संवाददाता
– अमिट लेख
किसनपुर, (सुपौल)। उप विकास आयुक्त सुपौल के आदेश से तीन सदस्यीय जिला जांच टीम द्वारा बुधवार को अंदौली पंचायत के अमृत सरोवर योजना में जेसीबी के माध्यम से कार्य करने की शिकायत के आलोक में जांच टीम द्वारा जांच किया गया।
उप विकास आयुक्त के ज्ञापन 1437 दिनांक 20 /6/23 के आदेश में डीआरडीए निदेशक सुपौल, जिला कार्य क्रम पदाधिकारी सुपौल, एवं डीआरडीए के सहायक अभियंता सुपौल, के माध्यम से बुधवार को अंदौली पंचायत के अमृत सरोवर योजना स्थल पर जाकर जांच किया। तथा उपस्थित ग्रामीण से पूछताछ की। जहां ग्रामीणों ने जेसीबी चलाने की पुष्टि करते हुए जोरदार विरोध किया। ज्ञात हो कि अंदौली पंचायत में 18 लाख 68 हजार की लागत से पांच एकर में बना पोखर का मनरेगा मद से जीर्णोधार किया जाना है। जहां मजदूर के बदले अंधेरी रात में जेसीबी के माध्यम से काज करवाया गया। इसको लेकर पूर्व पंचायत समिति सदस्य अंदौली सह जदयू नेता विपिन कुमार यादव एवं पूर्व उप मुखिया अंदौली बिरेंद्र कुमार यादव, एवं विष्णुदेव यादव, सहित दर्जनों ग्रामीणों द्वारा जिला पदाधिकारी सुपौल एवं उप विकास आयुक्त सुपौल तथा मनरेगा पदाधिकारी किशनपुर, के पास आवेदन देकर करवाई की मांग करते हुए दोषी के विरुद्ध मामला दर्ज करने की मांग किया है। जांच टीम के समक्ष उपस्थित ग्रामीणों द्वारा आरोप लगाया कि 14 जून को अंदौली मुखिया के पिता बलराम प्रसाद यादव द्वारा जे सी बी से कार्य करवाया गया है । पूर्व में भी मनरेगा पी ओ के पास आवेदन दिया गया है। पुनः जे सी बी के माध्यम से रात्रि में कार्य करवाया गया। इसको लेकर पूर्व का रोजगार सेवक द्वारा भी जेसीबी चलाने के लिखित शिकायत डीआरडीए में मुखिया के पिता पर आरोप लगाया गया है। हास्यास्पद यह रहा कि जन विरोध को देखते हुये वर्तमान रोजगार सेवक भी थाना में आवेदन देकर अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज करने की मांग की है।