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Post: जीविकोपार्जन योजना से छूटे हुए पात्र परिवारों को जोड़ने की कार्रवाई

जीविकोपार्जन योजना से छूटे हुए पात्र परिवारों को जोड़ने की कार्रवाई

सतत जीविकोपार्जन योजना से छूटे हुए पात्र परिवारों को जोड़ने की करें कार्रवाई : जिलाधिकारी

जीविका के उत्पादक समूहों द्वारा उत्पादित शहद एवं अन्य सामानों की ब्रांडिंग कराते हुए स्थानीय स्तर पर इसकी बिक्री हेतु बाजार की उपलब्धता कराएं सुनिश्चित

जिलाधिकारी ने जीविका द्वारा क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की

मद्य निषेध अभियान के तहत चलाये जा रहे जन जागरूकता कार्यक्रम को और गति देने का निर्देश

✍️ सह- संपादक

– अमिट लेख

बेतिया, (मोहन सिंह)। जिलाधिकारी, दिनेश कुमार रॉय द्वारा बीते दिवस कार्यालय प्रकोष्ठ में जिलान्तर्गत जीविका द्वारा क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं की गहन समीक्षा की गयी। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार सहित जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका एवं जीविका के सभी प्रखंडों के प्रखंड परियोजना प्रबंधकों तथा जिलास्तरीय प्रबंधकों/पदाधिकारियों ने भाग लिया।

जिलाधिकारी द्वारा जीविका द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं यथा-मुर्गी पालन, बकरी पालन, कम्युनिटी लाइब्रेरी, दीदी की रसोई, दीदी की नर्सरी आदि की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। स्वयं सहायता समूहों के गठन हेतु इस वितीय वर्ष 2023-24 के लिए निर्धारित लक्ष्य को माह जुलाई, 2023 तक पूर्ण करने हेतु जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया। इसी क्रम में अनुसूचित जाति/जनजाति आवासीय विद्यालय में संचालित जीविका दीदी की रसोई में गुणवत्ता सुधार हेतु जिला परियोजना प्रबंधक एवं सभी संबंधित प्रखंड परियोजना प्रबंधकों को निर्देशित किया गया। जिलान्तर्गत मनरेगा मेट के चयन संबंधी प्रतिवेदन की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी द्वारा शेष बचे लक्ष्य की प्राप्ति जुलाई 2023 तक पूर्ण करने हेतु जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका एवं सभी प्रखंड परियोजना प्रबंधकों को निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जीविका संकुल संघों द्वारा संचालित कस्टम हायरिंग सेंटर एवं मिनी टूलकीट बैंक से अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित किया जा सके, इस हेतु कारगर कार्रवाई करें। साथ ही जीविका द्वारा मद्य निषेध हेतु चलाये जा रहे जन जागरूकता कार्यक्रम को और गतिशील कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि जीविका के उत्पादक समूहों द्वारा उत्पादित शहद एवं अन्य सामानों की ब्रांडिंग कराते हुए स्थानीय स्तर पर इसकी बिक्री हेतु बाजार की उपलब्धता सुनिश्चित की जाय। सतत जीविकोपार्जन योजना की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश्ज्ञ दिया कि जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक एवं प्रखंड परियोजना प्रबंधक छूटे हुए पात्र परिवारों को भी जल्द से जल्द इस योजना से जोड़ने की कार्रवाई करेंगे।

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