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टॉपर रहा जिला पूर्वी चंपारण
न्यूज़ डेस्क,पटना
दिवाकर पाण्डेय
अमिट लेख
पटना (विशेष ब्यूरो) । लगातार अनुपस्थित रहने वाले बच्चों के नाम स्कूल से काटने का काम सितंबर, 2023 से शुरू हुआ जो अब भी जारी है। आलम यह है कि अब भी प्रतिदिन औसतन एक हजार बच्चों के नाम स्कूलों से काटे जा रहे हैं। बिहार से है जहां सरकारी स्कूलों से गायब बच्चों पर विभाग की कार्रवाई लगातार जारी है। राज्य में अब तक 23 लाख 69 हजार 980 बच्चों का नामांकन रद्द कर दिया गया है। सबसे ज्यादा वर्ग 1 से 8 तक के बच्चों का नाम स्कूल से काटा गया है।1 से 8 वर्ग में कुल 1909160 का नामांकन रद्द किया गया है, वहीं वर्ग 9 से 12 वर्ग में कुल 460820 बच्चों का नामांकन रद्द हुआ है। बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर कड़ाई से सरकारी स्कूल में बच्चों की उपस्थिति देखी जा रही है। लगातार तीन दिनों तक स्कूल से गायब रहन वाले बच्चों को जहां नोटिस दिया जा रहा है वहीं लगातार 15 दिनों तक स्कूल से गायब बच्चों के नाम भी काटे जा रहे है। विभाग की ये कार्रवाई इसलिए भी हो रही है क्योंकि अधिकतर बच्चों पर दो जगह नामांकन लेने का शक है और वो योजनाओं का लाभ लेने के लिए सरकारी स्कूलों में दाखिला ले चुके है। जिलावार अगर बात की जाये तो पूर्वी चंपारण में 146434 बच्चों का नामांकन रद्द हुआ है, वहीं पश्चिमी चंपारण में 139598 नामांकन रद्द हुए हैं. वैशाली में कुल 134421 बच्चों के नाम काटे गए है। राजधानी पटना में भी 101979 बच्चों का नामांकन रद्द हुआ है। मुजफ्फरपुर में 106208 बच्चों का नामांकन रद्द हुआ है तो वहीं सीतामढ़ी में कुल 90712 बच्चों के नाम काटे गए है। समस्तीपुर में 91512 बच्चों का नामांकन रद्द हुआ है जबकि मधुबनी में कुल 90549 का नामांकन रद्द किया गया है।