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Post: वीटीआर में मिला अति संरक्षित दुर्लभ प्रजाति का कछुआ इंडियन टेंट टर्टल

वीटीआर में मिला अति संरक्षित दुर्लभ प्रजाति का कछुआ इंडियन टेंट टर्टल

जिला ब्यूरो नसीम खान “क्या” की रिपोर्ट :

भारत, नेपाल और बांग्लादेश के स्वच्छ और खारे जल में अधिवास करने वाला इंडियन टेंट टर्टल गुलाबी रंग का है जिसे देख लोग भी हैरत में पड़ गए

न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला 

नसीम खान “क्या”

– अमिट लेख

बगहा, (ए.एल.न्यूज़)। इंडो नेपाल सीमा अंतर्गत वाल्मीकिनगर के 9 आर डी पर एक विलुप्त प्रजाति का कछुआ मिला है। भारत, नेपाल और बांग्लादेश के स्वच्छ और खारे जल में अधिवास करने वाला इंडियन टेंट टर्टल गुलाबी रंग का है जिसे देख लोग भी हैरत में पड़ गए। बतादें की इंडियन टेंट टर्टल अतिसंरक्षीत जलीय जीव है और इसके तस्करी समेत घरों में रखने पर पाबंदी है।

ऐसे में इस प्रजाति के कछुआ का गंडक नदी किनारे मिलना वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के लिए एक सुखद खबर है। कछुआ के इस विलुप्त हो रहे प्रजाति को अंतराष्ट्रीय वैज्ञानिक एवं संरक्षण समितियों ने रेड लिस्ट व वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की सूची में शामिल किया है। वन्य जीव विशेषज्ञों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा की वीटीआर में इंडियन टेंट टर्टल का मिलना काफी सुखद खबर है क्योंकि यह नेपाल और बांग्लादेश के अलावा भारत के कुछ नदियों में पाया जाता है। शुक्रवार को यह वाल्मीकीनगर के 9 आर डी पर पाया गया जिसके ऊपर गुलाबी धारियां हैं और यह देखने में काफी खूबसूरत है। उन्होंने बताया की जिन बच्चों को यह कछुआ दिखा था उन्होंने वापस नदी में छोड़ दिया। इस तरह के विलुप्त हो रहे वन्य जीवों की सुरक्षा करना हमारा कर्तव्य है।

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