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Post: शहादत पर याद किए गए भारतीय क्रांति के महानायक चारु मजूमदार

शहादत पर याद किए गए भारतीय क्रांति के महानायक चारु मजूमदार

बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह की रिपोर्ट : 

फासीवादी चुनौतियों से मुकाबला के लिए नए दौर में छात्र युवाओं और मजदूर किसानों को संगठित कर आगे बढ़ेगी भाकपा-माले : सुनील कुमार राव

संपादकीय डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

मोहन सिंह

– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। चारू मजूमदार के शहादत के 52 वें शहादत दिवस और पार्टी पुनर्गठन की 50 वीं वर्षगांठ पर बैरिया के बैरिया, बगही रतनपुर और नौतन के तेल्हूआ में पार्टी का झंडा फहराया गया और सभा किया गया।

फोटो : मोहन सिंह

सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले नेता सुनील कुमार राव ने कहा कि भाकपा-माले के 11 वें महाधिवेशन ने फासीवाद के खिलाफ पुरी ताकत के साथ प्रतिरोध तेज करने के लिए निर्देशित किया था। फासीवाद के साथ युद्ध में लोकसभा चुनाव भारतीय जनता के लिए बड़ा इम्तिहान था जिसमें जनता ने फासीवादी निजात को करारा झटका दिया है। भाजपा अपने पुर्ण बहुमत खो चुकी है और इस बार सरकार काफी कमजोर बंध कर लौटी है।भाकपा माले ने कड़ी मेहनत कर कुछ जिलों को हासिल किया है।अब पार्टी विस्तार की बड़ी जिम्मेदारी भी हमारे लिए चुनौती है ताकि 2025के विधान सभा चुनाव में एक बार फिर फासीवादी निजाम को और अधिक ताकत के साथ हराया जा सके । माले नेता सुरेंद्र चौधरी ने कहा चारु मजूमदार के शहादत के बाद फासीवादी निजाम ने सोचा होगा कि भाकपा-माले अब समाप्त हो जाएगी पर भाकपा-माले फिनिक्स पक्षी के समान राख से जिंदा हो गई।आज सड़क से लेकर संसद तक हम भाजपा जैसी ताकतों को चुनौती दे रहे हैं। माले नेता सह मुखिया नवीन कुमार ने कहा कि भाकपा-माले का विस्तार और सुदृढीकरण और विस्तार से चारू मजूमदार के सपनों का भारत मजदूर किसान छात्र युवा महिला मिलकर बनाने में लगे हुए हैं। वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता रामचंद्र सहनी ने कहा भाकपा-माले ने संघ बिग्रेड के फासीवादी आक्रमण के विरुद्ध जनभावनाओं के अनुरूप राजनीतिक और सामाजिक शक्तियों एवं जन आंदोलनों के बिच ब्यापक आधार वाली एकता का निर्माण करने में मुख्य भूमिका निभाई है ‌इस प्रक्रिया में इंडिया महागठबंधन अखिल भारतीय स्तर पर राजनीतिक शक्तियों के बीच महत्वपूर्ण एकता को हासिल करते हुए एक स्वरूप ग्रहण कर लिया है। विधान सभा चुनाव में भाजपा और एन डी ए को और बड़ी शिकस्त देते हुए इस प्रक्रिया को अगले स्तर पर ले जाने के लिए हमें अपनी भूमिका को और आगे ले जाना होगा।यही भारतीय क्रांति के महानायक चारु मजूमदार को असली श्रद्धांजलि होगा। कार्यक्रम को धामू चौधरी, प्रह्लाद राम रवि कुमार, शिव प्रसन्न मुखिया, मोतीलाल मुखिया, ठाकुर साह, अशोक महतो, करने कुमार, जोखू चौधरी, मोजम्मिल हुसैन, हारून गद्दी कन्हैया चौधरी, धर्मेंद्र चौधरी, कैलाश चौधरी, चन्द्रिका चौधरी, संजय प्रसाद, सुरेश शर्मा, मुंशी दास, सिंहासन ठाकुर आदि मौजूद थे।

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