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Post: खाद एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव डॉ एन श्रवन पहुंचे छातापुर

खाद एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव डॉ एन श्रवन पहुंचे छातापुर

जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :

गोदाम मे खाद्यान्न के भंडारण की स्थिति से वो नाखुश दिखे

जांच के दौरान उन्होने गोदाम में रखे खाद्यान्न की ना सिर्फ गुणवत्ता को देखा और अनाज के बैग का वजन भी करवाकर जाँच की

न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल 

संतोष कुमार

– अमिट लेख

सुपौल, (ए.एल.न्यूज़)। जिले के छातापुर प्रखंड गुरुवार को बिहार सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव डॉ. एन. शुक्रवार को पहूंचे।

फोटो : संतोष कुमार

साथ में डीएम कौशल कुमार मुख्यालय स्थित पशु चिकित्सालय के समीप स्थित एसएफसी गोदाम की जांच की। जांच के दौरान उन्होने गोदाम में रखे खाद्यान्न की ना सिर्फ गुणवत्ता को देखा और अनाज के बैग का वजन भी करवाकर जाँच की। इस दौरान गोदाम मे खाद्यान्न के भंडारण की स्थिति से वो नाखुश दिखे।

छाया : अमिट लेख

जिसके बाद सचिव एन सरवन प्रखंड कार्यालय के समीप स्थित दो परित्यक्त गोदामों का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होने वर्ष 2022 से बंद पडे पांच सौ मैट्रिक टन क्षमता वाले गोदाम की जर्जरता को देख अविलंब मरम्मरती करवाने का आदेश दिया। जिसके बाद सचिव गोदाम के समीप ही करीब एक दशक से बंद पडे दो सौ एमटी क्षमता वाले गोदाम का भी निरीक्षण किया और इसकी मरम्मती करवाकर गोदाम उपयोग में लाने का आदेश दिया।

छाया : अमिट लेख

उन्होंने कहा कि दोनों गोदाम के चालु हो जाने से सात सौ एमटी खाद्यान्न भंडारण की सुविधा मिल सकेगी। निरीक्षण के क्रम में आपूर्ति एवं एसएफसी के अधिकारी व पदाधिकारियों के बीच हडकंप की स्थिति बनी रही। सचिव डा श्री सरवन ने बताया कि उनके द्वारा जिले के जविप्र दुकान व एसएफसी गोदाम की जांच की जा रही है। जांच के क्रम में वे छातापुर पहूंचे हैं। जांच के क्रम में एजीएम ने नेटवर्क की समस्या के कारण एसआईओ डीस्पैच में हो रही परेशानी से अवगत करवाया। बताया कि नेटवर्क समस्या के कारण डीलरों को खाद्यान्न भेजने का कार्य धीमी रफ्तार में चल रहा है। जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा। मौके पर सचिव श्री सरवन ने पूछने पर बताया कि खाद्यान्न भंडारण को व्यवस्थित करने के लिए सलाह के साथ चेतावनी दी गई है। बताया कि राशन कार्ड के ई केवाईसी का कार्य लगातार जारी है तथा जिले में इसकी प्रगति बहुत अच्छी है। बताया कि जिले में सड़सठ प्रतिशत राशन कार्ड धारियों का ईकेवाईसी हो चुका है और शेष बचे कार्डधारी परिवार के जितने भी सदस्य हैं वे बायोमेट्रिक मशीन पर अंगुठा लगवाकर अपना ई केवाईसी करवा सकते है।

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