जिला ब्यूरो नसीम खान “क्या” की रिपोर्ट :
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत का खुलासा होगा : सीएफ नेशमणि के
न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला
नसीम खान “क्या”
– अमिट लेख
बगहा, (ए.एल.न्यूज़)। बिहार के इकलौते वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में एक तेंदुआ का शव मिला है। तेंदुआ की मौत दो पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है लिहाजा वन विभाग के अधिकारी उसके शव के पोस्टमार्टम में जुटे हैं। वीटीआर के बॉर्डर पर तेंदुआ की मौत से वन विभाग में हड़कंप मचा है।
घटना की पुष्टि वीटीआर के सीएफ डॉ नेशामणी के ने की है। पोस्टमार्टम होनें पर मृत तेंदुआ के शव का बेसरा जांच के बाद हीं मृत्यु के सही कारणों का खुलासा संभव हों पायेगा। दरअसल सोमवार की देर शाम गस्ती के दौरान वनकर्मियों ने मदनपुर वन क्षेत्र के पास एक खेत में तेंदुआ के शव को देखा और अपने वरीय अधिकारियों को सूचना दी तब जाकर सीएफ ख़ुद मौके पर पहुँचे हैं। मंगलवार को वन विभाग के वरीय अधिकारियों की मौजूदगी में तेंदुआ का पोस्टमार्टम किया जाएगा साथ हीं इसका बेसरा जांच और परिक्षण के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई), बरेली और भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूडब्ल्यूआई), देहरादून भेजा जाएगा। बतादें की नेपाल औऱ उतर प्रदेश की सीमा पर स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में 100 से ज्यादा तेंदुआ और तकरीबन 60 के करीब बाघ की संख्या है। टेरिटरी कायम करने को लेकर इन बाघों या तेंदुओं के बीच अमूमन संघर्ष होते रहता है। अभी हाल में हीं गौनाहा के इलाके में एक बाघ की मौत बाघ के साथ हीं आपसी संघर्ष में हो गई थी। जबकि वाल्मीकिनगर रेंज में बीते वर्ष बाघ औऱ तेंदुआ के बीच हुई लड़ाई में एक तेंदुआ ने दम तोड़ दिया था। बहरहाल 12 वर्ष की उम्र सीमा वाले तेंदुआ की मौत वीटीआर के मदनपुर वन क्षेत्र अंतर्गत कक्ष संख्या 8 में रेंज ऑफिस के पीछे स्थित घने जंगल में हुई है जहां फिलहाल किसी क़ो भी जाने की इज़ाज़त नहीं है। क्या इस तेंदुआ की उम्र 12 साल हों गईं थी या फ़िर वह बीमार था औऱ नहीं तो बाघ औऱ तेंदुआ के बीच हुई संघर्ष में उसकी जान गईं है इसका खुलासा नहीं हुआ है लेकिन जिस तरह यह तेंदुआ दो दिन पहले का मरा हुआ मिला है, उससे वन विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लाजिमी हैं ।