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Post: थाने के आगंतुक कक्ष पर सिपाहियों का कब्ज़ा..?

थाने के आगंतुक कक्ष पर सिपाहियों का कब्ज़ा..?

जब सरकार को आम जनता की सुधि हुई तो बिहार के सभी थानों में जहाँ नए भवन बने हैं, आगंतुकों को बैठने के लिए विशेष कमरा बनाया गया,तथा उसके बाहर लिखा गया आगंतुक कक्ष

इस कक्ष के बनने के उपरांत लगभग 2 साल बाद ही प्रहरी एवं दबंग सिपाहियों ने कब्जा करना शुरू कर दिया

ठाकुर रमेश शर्मा

– अमिट लेख

रामनगर, (विशेष)। बिहार पुलिस के थानों में पहले जब आम आदमी शिकायत लेकर जाता था तो इधर उधर पेड़ के नीचे बैठ के बड़ा बाबू(थाना इंचार्ज) के आने का प्रतीक्षा करता था। जब सरकार को आम जनता की सुधि हुई तो बिहार के सभी थानों में जहाँ नए भवन बने हैं, आगंतुकों को बैठने के लिए विशेष कमरा बनाया गया,तथा उसके बाहर लिखा गया आगंतुक कक्ष। इस कक्ष के बनने के उपरांत लगभग 2 साल बाद ही प्रहरी एवं दबंग सिपाहियों ने कब्जा करना शुरू कर दिया। आज की स्थिति यह है की चम्पारण रेंज के लगभग सभी थानों में आगंतुक कक्ष को अवैध रूप से कतिपय पुलिसकर्मियों द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है। इसमें उच्च अधिकारियों की लापरवाही कहे या कनीय कर्मियों की दबंगई।जो आगंतुक पुराने जमाने की तरह इन सर्दियों और गर्मियों में मारे मारे फिर रहे हैं।शिकारपुर थाना क्षेत्र में एक पुलिसकर्मी ने अपना नाम बताए बगैर बताया की ” हुज़ूर इन छोटे कर्मियों में इतनी गोलबंदी है, कि अगर थानेदार भी हटाने की कोशिश करें तो उनके विरुद्ध मोर्चा खोल देंगे। आम आदमी तो उनके वर्दी के धौस से उस आगंतुक कक्ष तक फटकता भी नही है।जबकि यह कक्ष आम गरीब के लिए लगभग सभी सुविधाओं बिजली-पंखे आदि से लैस है। इस मामले में बिहार के डीजीपी सहित गृह विभाग को शीघ्र संज्ञान लेकर पुलिस अधीक्षक स्तर पर चिट्ठी निकालकर क्रियान्वयन कराना होगा तभी यह आगंतुक कक्ष आगंतुकों के लिए खाली हो पायेगा क्या? उच्च अधिकारी जब थानों की निरीक्षण में पहुँचते है तो उनकी निगाहे इस कक्ष के तरफ नही जाती है क्या?

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