केंद्र की मोदी सरकार को किसान व मजदूरों का विरोधी सरकार बताया
अधिक से अधिक संख्या में दिल्ली पहुंच अपने हक और हकूक के खातिर सरकार का ध्यान कराने को के बन रही रणनीति
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। प॰ चम्पारण ग्रामीण क्षेत्रिय तांगा चालक कल्याण संघ की विस्तारित बैठक संघ के अध्यक्ष प्रकाश कुमार वर्मा की अध्यक्षता में तांगा परिसर के विश्रामालय में शुरू किया गया। बैठक को महासचिव नीरज बरनवाल ने सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार लगातार किसान मजदूरों पर हमला कर रही है तो दुसरी तरफ महंगाई अपनी चरम सीमा पर है। इन्हीं ज्वलंत समस्याओ को लेकर 05 अप्रैल की दिल्ली रैली बिहार राज्य किसान सभा ,सीआईटीयू, बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन ने आह्वान किया है। इस रैली में प॰ चम्पारण से हजारों के संख्या में किसान, मजदूर दिल्ली रैली में शामिल होंगे।
वहीं अध्यक्ष प्रकाश कुमार वर्मा ने कहा किबामपंथी सरकार की तरह 600रु. मजदूरी बढ़ाने, सामाजिक सुरक्षा कोषांग द्वारा सुरक्षा लाभ, दुर्घटना लाभ, बच्चों की उच्च शिक्षा, गरीब निर्माण मजदरों के लिए वास भूमि तथा पक्का मकान, ईत्यादि समस्याओं पर सतत संघर्ष करने की जरूरत है।
किसान नेता चांदसी प्रसाद यादवने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद बहुत बड़े मजदूर संघर्षों के बाद प्राप्त 44 सुरक्षा कानूनों को बदल कर पूंजीपती पक्षीय 4 श्रम संघिता, सरकार प्रायोजित धार्मिक आतंक वो बिभाजनकारी कुकृत्यों, किसान-मजदूर विरोधी नीतियों तथा नीजिकरण के खिलाफ 5 अप्रैल संसद मार्च में अधिक से अधिक मजदूर वर्ग की भागीदारी होनी चाहिए! मौके पर तांगा यूनियन के सुशील श्रीवास्तव, राजदा बेगम, मंसूर मियां, ललन साह, जलेश्वर राम, बाबुलाल, गुलाम मोहम्मद, फतेह मियां, भूट्टी के साथ और भी तांगा चालक मौजूद थे।