पन्द्रह किलो मीटर का दुरी तय करेगा ड्रोन
न्यूज़ डेस्क,पटना
दिवाकर पाण्डेय
अमिट लेख
पटना (विशेष ब्यूरो) : एम्स में पहली बार ड्रोन से स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के कार्यक्रम का परीक्षण होगा। एम्स निदेशक डॉ. प्रो. जीके पाल की मौजूदगी में ड्रोन एम्स से उड़ान भरकर 15 किलोमीटर दूर स्थित नौबतपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक की यात्रा करेगा। एम्स से लेकर नौबतपुर के आसपास के लोग इस प्रदर्शन के गवाह बनेंगे। निदेशक ने बताया कि यह प्रदर्शन केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के ड्रोन प्रोजेक्ट का हिस्सा है. जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया के प्रत्यक्ष पर्यवेक्षण और मार्गदर्शन में स्वास्थ्य क्षेत्र के सभी आईएनआई में कार्यान्वित किया जा रहा है। मंत्रालय ने ड्रोन की खरीद, ड्रोन संचालन के लिए पायलट बनने के लिए ड्रोन दीदियों के प्रशिक्षण और ड्रोन परियोजनाओं की शुरुआत और रखरखाव के लिए सभी लॉजिस्टिक सहायता दी है। , 2024 में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा ड्रोन परियोजना शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इसका उद्देश्य दूर-दराज के इलाके में स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच को बेहतर करना है। ड्रोन परियोजना के इस प्रदर्शन के लिए नोडल अधिकारी डॉ. संजय पांडेय, ड्रोन समिति के सदस्य सचिव डॉ. अनिल कुमार, डॉ. बिनोद पति और डीडीए के नीलोत्पल बल को शामिल किया गया है। ड्रोन से दूर-दराज इलाके के लोगों को सुविधा मिलेगी । एम्स के प्रभारी अधीक्षक डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि ड्रोन से दूर-दराज के इलाके में कई सुविधा मिलेगी।