



सीएम नीतीश से करारा जवाब देते हुये किया मुआवजे की मांग
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
मोतिहारी, (विशेष)। शराब कांड के पीड़ितों से बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने बीजेपी प्रतिनिधिमंडल के साथ मोतिहारी सदर अस्पताल में जाकर मुलाकात किया। विजय सिन्हा ने जहरीली शराब पीने से बीमार हुए लोगों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना। वही इलाज कर रहे डॉक्टरों से उनकी तबियत के बारे में जानकारी ली। इस मौके पर विजय सिन्हा ने एक बार फिर से सूबे के सीएम नीतीश कुमार पर करारा हमला बोलते हुये सीएम नीतीश पर तंज कस दिया। श्री सिन्हा ने कहा माननीय मुख्यमंत्री जी अपने अहंकार के चलते कितने बिहारियों की जान लीजिएगा। कभी पीड़ित परिवार से मिलिए ताकि आपका अहंकार टूट जाए। आज पीड़ित परिवार से मिलकर उनका दुःख बाटा एवं उन्हें हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया। सरकार घटना की न्यायिक जांच व पीड़ित परिवार को मुआवजा मुहैया कराए। दूसरी तरफ जहरीली शराब पीने की वजह से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 30 हो चुका है। अभी भी 20 लोगों का अस्पताल में इलाज जारी है। मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 20 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। शराब कांड में बिहार पुलिस अपना हस्त कंडे अपना रही है। बिहार पुलिस द्वारा ट्वीटर पर साझा की गई जानकारी के मुताबिक। अभी तक 03 मृतकों का अंत्यपरीक्षण कराया जा चुका है। वेसरा के रसायनिक जाँच के उपरान्त मृत्यु के स्पष्ट कारणों की पुष्टि होगी। चिकित्सक के द्वारा प्रथम दृष्टया जहरीले तरल शराब के सेवन की संभावना व्यक्त की गई है। बिहार पुलिस के मुताबिक, 13 अन्य व्यक्तियों के मृत्यु की सूचना अन्य स्रोतों से प्राप्त हुई है किन्तु उनके परिजनों के द्वारा बिना पुलिस को सूचना दिये शव की अंत्येष्टि कर दी गई। बिहार पुलिस के मुताबिक, अभी इस सम्बंध में तुरकौलिया थाना में 02, हरसिद्धि में 01, सुगौली में 01 तथा पहाड़पुर थाना में 01 प्राथमिकी अंकित की गई है। इन काण्डों के अनुसंधान का प्रभार मद्य निषेध इकाई के द्वारा ग्रहण किया जा रहा है। अभी तक व्यापक स्तर पर अभियान चला कर लगभग 400 स्थानों पर छापेमारी कर 60 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। (एलटीएफ) प्रभारी सदर, अरेराज तथा 09 चौकीदारों को निलम्बित किया है। वही पुलिस कप्तान कांतेश कुमार मिश्र ने चार थानेदार को निलंबित कर दिया है।नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि सीएम नीतीश जी आपको जहरीली शराब से हुई मौतों का हिसाब देना होगा। अवैध जहरीली शराब जिले के अंदर कैसे पहुंचती है? जो अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार है। उसकी अवैध संपत्ति क्यों नहीं जब्त की जाती? जो आपके सत्ता में उच्च पदों पर बैठे हैं उनके परिवार के लोग इस तरह कं धंधे में लगे हुए है। इसकी न्यायिक जांच कराइए। उच्च स्तरीय जांच कराइए। सिटिंग जज से मामले की जांच कराइए। उन्होंने आगे कहा कि आप मामले की न्यायिक जांच से क्यों भागते हैं? सिटिंग जज से मामले की जांच कराइएगा तो सब सच्चाई सामने आ जाएगी। आपकी नीयत में खोट है इसलिए शराबबंदी नीति कभी भी सफल नहीं होगी।