आग की लपटें ईतनी भयावह है कि एक किलोमीटर दूर तक धू -धू कर जल रहा है, जंगल
हमारे प्रतिनिधि जगमोहन काजी की रिपोर्ट :
– अमिट लेख
हरनाटांड, (विशेष)। वीटीआर जंगल हरनाटांड रेंज के तरूअनवा से जुड़े वन कक्ष में लगी भीषण आग से अफरा तफरी मची हुई है। आग की लपटें ईतनी भयावह है कि एक किलोमीटर दूर तक धू-धू कर जल रहे जंगल की तपिश महसूस की जा रही है। वीटीआर के इस सदाबहार जंगल का कई हेक्टेयर जंगल जलकर खाक होने की आशंका जताई जा रही है।
जंगलों में गर्मी के दिनों में आग लगना आम बात है, फिर भी इस अग्नि विभीषिका के कारणों का अभी खुलासा नहीं हो सका है। गर्मी के दिनों में जब अत्यधिक तापमान बढ़ जाता है और हवाएं अचानक से तेज़ गति पकड़ती है तो अनुभवी ग्रामीण बताते हैं की पेड़ों के बीच घर्षण होता है। जिससे उसका तापमान बढ जाता है और धीरे-धीरे जंगल की सूखे घास और सूखी पत्तियाँ आपस में घर्षण करती हुई अपने प्रज्वलन ताप पर पहुँच जाती है, ईसलिए जंगलो में अपने आप आग लग जाती है। जंगल में आग लगने को (दावानल) कहते हैं। बहरहाल, भीषण बेकाबू प्रतीत हो रहे इस दावानल को बुझा पाने में संभवतः विटीआर प्रबंधन सक्षम संसाधनों के इंतज़ार में हो अथवा इसे स्वाभाविक घटना मान इस ओर से गंभीर नहीं। क्योंकि ग्रामीणों के अनुसार संवाद संकलन तक वन विभाग का टीम मौका मुआयना करने को अभी तरुअनवा जंगल का रुख नहीं किया है।