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सर्पदंश : झाड़-फूंक के चक्कर में गई महिला की जान

जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :

सर्पदंश से महिला की मौत, झाड़-फूंक के चक्कर में गई महिला की जान

चांद पर पहुंची दुनिया फिर भी अंधविश्वास में जकड़े लोग

न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल 

संतोष कुमार

– अमिट लेख

सुपौल, (ए.एल.न्यूज़)। जिले के त्रिवेणीगंज अनुमंडल क्षेत्र के कुशहा पंचायत के मयुरवा गांव वार्ड नंबर 5 में गुरुवार को 45 वर्षीया केंदुला देवी की सर्पदंश से मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। परिजन सर्पदंश से पीड़ित महिला का इलाज कराने के बजाए उसकी झाड़-फूंक के लिए घूमते रहे। जब हालत ज्यादा खराब हो गई। तब उसे अनुमंडलीय अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार मयुरवा गांव निवासी सुचेन्द्र यादव की पत्नी केंदुला देवी अपने दरवाजे पर से नहर होकर पैदल पड़ोसी के घर जा रही थी। इसी बीच नहर के झाड़ छुपे सांप ने उन्हें डंस लिया। इसकी जानकारी उन्होंने परिजनों को दी। तत्पश्चात वे बेहोश हो गई। परिजन उन्हें झाड़फूंक के बाद इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल ले जा रहे थे कि रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। इधर केंदुला देवी के मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया। जानकार की माने तो दुनिया भले ही चांद पर कदम रख दिया हो, लेकिन आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में अंधविश्वास कायम है। राज्य सरकार पुलिस- प्रशासन, सामाजिक संस्थाएं इन अंधविश्वास के खिलाफ आए दिन जागरूकता अभियान चलाते हैं। उसके बाद गाहे बगाहे गांव समाज में अंधविश्वास से जुड़ी घटनाएं उजागर हो ही जाती हैं। कई बार अंधविश्वास और झाड़-फूंक के चक्कर में लोगों की जानें चली जाती हैं। इसके बावजूद लोग इससे कोई सबक नहीं लेते। अनुमंडलीय अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि सांप के डंसने के बाद अगर तुरंत परिजन उसे लेकर अनुमंडलीय अस्पताल आ जाते तो शायद महिला की जान बचाई जा सकती थी।

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