विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :
लाइन लिस्टिंग के अनुसार जल्द ही हाथी पाँव के मरीजों के बीच किट वितरित की जाएगी
न्यूज डेस्क, राजधानी पटना
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
मोतिहारी, (ए. एल. न्यूज़)। जिले के फाइलेरिया (हाथी पांव) के मरीजों को एमएमडीपी किट में एक विशेष प्रकार की चप्पल मिलेगी। जिससे हाथी पांव के मरीजों को चलने मे अब का़फी आसानी होगी। उक्त चप्पल का निर्माण फाइलेरिया से ग्रसित हाथीपांव के मरीजों के स्वास्थ्य लाभ को देखते हुए किया गया है।
पूर्वी चम्पारण जिले में लाख लागत के 3800 किट की डिमांड की जा चुकी है जिसमें 1513 किट जिला फाइलेरिया कार्यालय को उपलब्ध हो चुका है. जिले के वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरत चंद्र शर्मा ने बताया की एमएमडीपी किट से फाइलेरिया से ग्रसित मरीजों के प्रभावित अंगों की देखभाल में आसानी हो जाती है, इसके उपयोग व व्यायाम से सूजन में कमी आती है। उन्होंने बताया कि लाइन लिस्टिंग के अनुसार जल्द ही हाथी पाँव के मरीजों के बीच किट वितरित की जाएगी। वहीं फाइलेरिया (हाइड्रोसील मरीजों)का निशुल्क ऑपरेशन कराया जाएगा। उन्होंने बताया की जिले में 8628 फाइलेरिया मरीज है। जिनमें 1566 हाथी पांव के मरीज है जिनमें 18 मरीजों का अनुमंडलीय अस्पताल चकिया व सदर अस्पताल मोतिहारी में ऑपरेशन कराया जा चुका है। वर्ष मार्च महीने तक कुल 70 एमएमडीपी किट वितरित किया गया है। फाइलेरिया( हाथी पांव ) एक गंभीर रोग है जो मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है। आमतौर पर फाइलेरिया के लक्षण शुरू में स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देते। इसके लक्षण आने में कभी कभी सालों लग जाते है। प्राय फाइलेरिया मरीजों में बुखार, बदन में खुजली व सूजन की समस्या दिखाई देती है। इसके अलावा पैरों और हाथों में सूजन, हाथीपांव और अंडकोषों की सूजन, फाइलेरिया के लक्षण हैं। फाइलेरिया हो जाने के बाद धीरे-धीरे यह गंभीर रूप लेने लगता है। इससे बचाव के लिए विभाग द्वारा जिले में नाइट ब्लड सर्वें कराया जाता है। सर्वें के समाप्त होने के बाद 10फरवरी से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम संचालित किया जाता है।