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विभागीय उदासीनता के कारण अरेराज में सोमेश्वरनाथ महोत्सव पर लगा ग्रहण

विशेष ब्यूरो मोतिहारी सुशांत सिंह की रिपोर्ट :

इस मेला में पड़ोसी देश नेपाल, पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश सहित दूर दूर से कावरिया पहुचकर बागमती नदी में जलभरी कर जलाभिषेक करते है

न्यूज़ डेस्क, जिला पूर्वी चम्पारण 

सुशांत सिंह

– अमिट लेख

मोतिहारी/अरेराज, (ए.एल.न्यूज़)। अनंत चतुर्दशी मेला के अवसर पर पर्यटन विभाग द्वारा होने वाले सोमेश्वरनाथ महोत्सव विभागीय व प्रशासनिक उदासीनता का भेंट चढ़ता नजर आ रहा है। प्रत्येक वर्ष अनंत चतुर्दशी मेला में जलाभिषेक करने वाले लाखों कावरियों के मनोरंजन के लिए पर्यटन विभाग द्वारा अरेराज में सोमेश्वरनाथ महोत्सव का आयोजन किया जाता है। लेकिन इसबार विभागीय व प्रशासनिक उदासीनता के कारण महोत्सव का लाभ कावरियों को मिलता नजर नही आ रहा। प्रशासनिक सूत्रों की माने तो यह महोत्सव अनंत चतुर्दशी मेला के अवसर पर 16 व 17 सितंबर को होना था, जिसमे भाग लेने वाले कलाकारों की भी घोषणा हो चुकी थी। लेकिन विभागीय टेंडर 15 सितंबर को खुलने के कारण कई समस्या उत्पन्न होने की बात प्रशासन द्वारा कही जा रही है। वही सबसे रोचक बात यह है कि जब पर्यटन विभाग से महोत्सव का टेंडर ही नही हुआ तो लाखों का पंडाल अरेराज सोमेश्वरनाथ उच्च विद्यालय के खेल मैदान में लग गया। जब सोशल मीडिया पर बिना टेंडर के तहत पंडाल लगने की बात आयी सामने तो हड़कंप मच गया। जिला प्रशासन द्वारा त्वरित महोत्सव को अपरिहार्य कारणों से स्थगित करते हुए डेट आगे बढ़ाने की बात कही जा रही है। अरेराज में अंनत चतुर्दशी मेला के अवसर पर लगने वाले चार दिवसीय मेला के अवसर पर होने वाले सोमेश्वरनाथ महोत्सव इस बार सुर्खियों में है। सोमेश्वरनाथ महोत्सव के लिए 15 सितंबर को विभाग से टेंडर होना है।लेकिन बिना टेंडर के ही पंडाल गिरने की चर्चा राजनीतिक गलियारे से लेकर प्रशासनिक स्तर पर जोरो पर है। जिला प्रशासन द्वारा पूर्व से सोमेश्वरनाथ महोत्सव को लेकर 16 व 17 सितंबर के डेट फिक्स किया गया था। जिसका उद्घाटन 16 सितम्बर को संध्या 5 बजे होना सुनिश्चित हुआ था। लेकिन विभाग द्वारा टेंडर लेट से होने के कारण काम स्थगित करना पड़ा। लेकिन पंडाल संचालक की प्रशासनिक पकड़ इतनी मजबूत है कि बिना टेंडर के ही महोत्सव स्थल पर पंडाल बनकर तैयार हो गया। आखिर अब सवाल उठता है कि जब सेटिंग से ही पंडाल व कार्य होना है तो टेंडर का क्या मायने रखता है। वही विभागीय टेंडर लेट से खुलने व प्रशासनिक उदासीनता के कारण अंनत चतुर्दशी मेला में ठहरे कावरियों को इसबार निराशा ही हाथ लगी है। अंनत चतुर्दशी मेला में लाखों लाख की संख्या में डाक बल व कावरिया बागमती नदी में जलभरी कर पैदल 78 किलामीटर की दूरी तय कर सोमेश्वरनाथ महादेव पर जलाभिषेक करने के लिए आते है। इस मेला में पड़ोसी देश नेपाल, पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश सहित दूर दूर से कावरिया पहुचकर बागमती नदी में जलभरी कर जलाभिषेक करते है। मेला में लाखों कावरियों के मनोरंजन के लिए पर्यटन विभाग द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। लेकिन इसबार सोमेश्वरनाथ महोत्सव अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया है। जिससे कांवरियों को निराशा ही हाथ लगेगी।

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