जनप्रतिनिधियों के आपसी प्रातिद्वंदिता के विरुद्ध शासन निष्पक्ष इस मामले की जाँच कराये। क्योंकि ग्रामीणों का कहना है की बिन चढ़ावे कुछ नहीं मिलता
यह मामला सुशासन में छिपे पंचायत से लगायत प्रखंड स्तर तक के किन्ही हाकिमों तक की असली सूरत दिखाने वाला है
हमारे अनुमंडल ब्यूरो की रिपोर्ट :
– अमिट लेख
आरा/भोजपुर। मुखिया द्वारा आवास सहायक के साथ किये मारपीट के खिलाफ खड़ा हुये हरिगाव पंचायत के उपमुखिया एवं वार्ड सदस्य। उन्होंने जताया कि 19/4/2023 को आवास दिवस के दिन धोखे से आवास सहायक को बुलाकर नशे की हालत मे मुखिया जी द्वारा लाठी से बुरी तरह मारना बहुत ही निन्दनीय है। वही हर बात का खन्डन करते हुए उपमुखिया ने कहा कि घुसखोरी तो मुखिया जी करवा रहे हैं। आवास सहायक तो निहायती शरीफ व्यक्ति है। ऐसा हम इस लिए कह रहे हैं कि आवास सहायक सभी वार्ड सदस्य के साथ जनता का काम निस्वार्थ करते है। यही कारण है कि मुखिया ने सहायक को जान से भी मारने तक की कोशिश भी किए। वही हरिगाव पंचायत के वार्ड सदस्य सुनिल कुमार यादव का कहना है कि मुखिया जी ने आज तक सोलह महीना बीत गया मगर कोई कार्यकारणी की बैठक नही कराए। ना ही स्थाई समिति का ही गठन किया गया है, जिसको लेकर हरिगाव पंचायत के सभी वार्ड सदस्य उपमुखिया मिलकर कई बार मुखिया से बात करने की कोशिश किए। मगर मुखिया द्वारा कभी इन समस्याओं पर बात ही नहीं किया गया है और फर्जी साइन मोहर से कार्य कराया जा रहा है। वही उपमुखिया जी ने कहा कि 19 लाख रूपया नल-जल के रिपेयरिंग का पैसा निकल गया है, मगर एक भी वार्ड में मरम्ती का कार्य नहीं कराया गया। जिसकी स्वतंत्र एजेन्सी से जाच करते हुए दोषीयों पर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए। हरिगाव पंचायत के मुखिया हर वार्ड के विरोधी है, सभी वार्ड सदस्य के खिलाफ हर वार्ड में मुखिया द्वारा अपने हितैषी चमचा रख कर पैसा खुद वसुली कराते हैं। जो घुस नहीं देता है उसे मारते पिटते है? आवास सहायक वार्ड के साथ थे, अब हरिगाव पंचायत के सभी वार्ड सदस्य सहायक अजय कुमार प्रसाद के साथ खड़े है। वही जिलाध्यक्ष भोजपुर ने कहा कि मुखिया चाहे की पंचायत का घुसखोरी बंद हो जाए तो किसी की मजाल नहीं कि घुस ले ले। अगर इतना भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लडना है ईमानदार है मुखिया तो पंचायत के कार्य जो छ: इच ढलाई का एस्टिमेन्ट पर तीन इच का ढलाई कराते हैं। और इनजिनियर पूरा का पूरा एमबी कर देता स्ट्रीट लाइट का कही काम नहीं हुआ और राशि निकासी हो गया। शौचालय मे खुलेआम 4000 रूपया कमिशन मुखिया जी के टेबल से जाता है। ऐसे भ्रष्ट जनप्रतिनिधि कहते हैं कि मै दुध का धुला हुआ हूँ जो सरासर गलत टिप्पणी है। मुखिया द्वारा आवास सहायक किसी से घुस नहीं लिया है जिसकी पुष्टि हरिगाव पंचायत के वार्ड सदस्य एवं उपमुखिया जी ने की है। वहीँ वार्ड महासंघ जगदीशपुर निर्दोष आवास सहायक के साथ खड़ा रहने का प्रखण्ड अध्यक्ष नरेंद्र प्रताप सिंह को संगठन द्वारा हर कदम साथ देने का आश्वासन दिये हैं। आरोप प्रत्यारोप की इस कड़ी में एक बात साफ दृष्टिगोचर हो रही है की जैसा की सर्व विदित है पूरे प्रदेश में पीएम आवास योजना में चढ़ावे बिना किसी लाभार्थी को आवास की धनराशि मुहैया नहीं की जाती। और ना हीं चढ़ावे के बिना किसी का नाम सुचिबद्ध करने की परम्परा है ऐसे में इन जनप्रतिनिधियों के आपसी प्रतिद्वंदिता के विरुद्ध शासन निष्पक्ष इस मामले की जाँच कराये। क्योंकि ग्रामीणों का कहना है की बिन चढ़ावे कुछ नहीं मिलता। लिहाजा यह मामला सुशासन में छिपे पंचायत से लगायत प्रखंड स्तर तक के किन्ही हाकिमों तक की असली सूरत दिखाने वाला है जिससे पूरे प्रदेश की कार्यप्रणाली की कामोंवेश तस्वीर उजागर हो सकती है। उचित होगा की जनप्रतिनिधियों के बजाय इस मामले की सत्यता ग्रामीणों की नस टटोलकर किये जाए। बैठक में उपस्थित जगदीशपुर प्रखण्ड अध्यक्ष नरेंद्र प्रताप सिंह, जिला अध्यक्ष श्री शिवसागर सिंह कुशवाहा, हरिगाव उपमुखिया सुनिल कुमार, हरिगाव वार्ड सदस्य सुनिल कुमार यादव, महेश यादव, चंदन कुमार, अमित कुशवाहा, धर्मु राम, मनोरंजन सिंह, कपुर कुशवाहा, संतोष कहार, धर्मेन्द्र कुमार, सुभाष यादव, बिहारी यादव, रामजी कुशवाहा, शिव मोहन यादव, सुपन यादव, भिरूग कुशवाहा, रिन्टू सिंह, सुनिल कुमार, एव बिहारी राम तथा सैकड़ों वार्ड सदस्य गण उपस्थित थे।