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Post: यूपी बिहार सीमा : ठकराहां धाम में चतुर्मास महायज्ञ कुंड का आयोजन

यूपी बिहार सीमा : ठकराहां धाम में चतुर्मास महायज्ञ कुंड का आयोजन

बगहा से ब्यूरो नसीम खान “क्या” की रिपोर्ट :

बताया जा रहा है की 2 नवंबर से नारायणी नदी तट पर महायज्ञ किया जा रहा है जो कार्तिक पूर्णिमा यानी 15 नवंबर तक चलेगा

न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला 

नसीम खान “क्या”

– अमिट लेख

बगहा, (ए.एल.न्यूज़)। बिहार-यूपी सीमा पर अवस्थित ठकराहा धाम में विश्व कल्याण हेतु चातुर्मास महायज्ञ कुंड का आयोजन किया गया है। जहां अयोध्या और नेपाल समेत कई तीर्थ स्थलों से आए तकरीबन 60 से अधिक महात्मा व संत लगातार चार माह से सीता राम जप कर रहे हैं। बताया जा रहा है की 2 नवंबर से नारायणी नदी तट पर महायज्ञ किया जा रहा है जो कार्तिक पूर्णिमा यानी 15 नवंबर तक चलेगा। दावा किया जा रहा है की इस महायज्ञ से आत्म तृप्ति औऱ आत्म शुद्धि होंगी। मानव कल्याण के साथ साथ सामाजिक सद्भाव क़ायम रहेगा लिहाजा इसे बेहद ख़ास माना जा रहा है क्योंकि इसके आयोजन से अगले 5 सालों तक इस इलाके में बम्पर पैदावार औऱ सुःख समृद्धि के साथ हवन में भाग लेने वालों कों अकाल मृत्यु से निजात मिलेगा ।महाआरती के दौरान पश्चिम चम्पारण के डीएम दिनेश राय के साथ बगहा एसपी, एसडीएम, और अन्य अधिकारियों ने महायज्ञ में सुरक्षा और श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाओं का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी नें भी श्रद्धालुओं कों शुभकामनायें दीं है। ख़ास बात यह है की 13 दिवसीय इस महायज्ञ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है लिहाजा पर्याप्त पुलिस बल की भी तैनाती की गई है और 24 घंटे लगातार निशुल्क भंडारा चलाया जा रहा है। बता दें कि यह आयोजन सीता राम नाम जप महायज्ञ समिति द्वारा किया गया है जो कि श्री श्री 1008 श्री परम तपस्वी आत्माराम दास उर्फ नेपाली बाबा के संरक्षण में किया जा रहा है जो नेपाल से बिहार के ठकराहाँ धाम में विराजमान हैं। आयोजन समिति के अध्यक्ष औऱ मुखिया विनय तिवारी ने बताया कि विश्व कल्याण के उद्देश्य से इस महायज्ञ का आयोजन किया गया है। वहीं बाबा आत्मा राम दास ने बताया कि बिना महायज्ञ के विश्व की सुरक्षा और कल्याण संभव नहीं है। इसलिए 64 हवन कुंड और 208 नर्मदेश्वर पिंड स्थापित कर प्रतिदिन सीताराम नाम का जप क़र हवन और आरती किया जा रहा है ।

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