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Post: मशक्कत के बाद वनकर्मियों ने पाया किंग कोबरा पर काबू

मशक्कत के बाद वनकर्मियों ने पाया किंग कोबरा पर काबू

वनकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद किंग कोबरा का रेस्क्यू कर जटाशंकर वन में छोड़ा

एक अन्य किंग कोबरा को एक दिन पहले रेस्क्यू कर जटाशंकर जंगल मे छोड़ दिया गया था

✍️ नंदलाल पटेल की रिपोर्ट :
– अमिट लेख
वाल्मीकिनगर, (विटीआर, विशेष)। थाना क्षेत्र में इन दिनों गर्मी की तपिश बढ़ते ही सांपों का निकलना लगातार जारी है। और वन विभागकर्मी इस बात से हैरान है कि एक रेस्क्यू करने के बाद दूसरा किंग कोबरा फिर से उसी स्थान पर आ धमका है। एक अन्य किंग कोबरा को एक दिन पहले रेस्क्यू कर जटाशंकर जंगल मे छोड़ दिया गया था। बतातें चलें कि इनदिनों वीटीआर तेज गर्मी की तपिश की मार को झेल रहा है। जिस कारण जंगली जीव जंतु जंगलों से निकलकर रिहायशी इलाकों का रुख कर रहे है। वाल्मीकी टाइगर रिजर्व से सटे इलाकों में अजगर, किंग कोबरा व अन्य प्रजाति के सांपों का विचरण बढ़ गया है। सांपों के निकलने से रिहायशी इलाके के लोग अनजाने आशंका से घबरा जा रहे हैं। बतादें की भोजन पानी की तलाश में जंगली जानवर रिहायशी इलाकों का रुख कर रहे हैं। इसी क्रम में आज वाल्मीकीनगर के बिसहा गांव में राजेश यादव के घर के समीप एक 14 फीट का किंग कोबरा दूसरे दिन भी विचरण करते देख लोग आश्चर्यचकित हो गए। क्योंकि एक दिन पहले ही एक किंग कोबरा का रेस्क्यू कर जंगल के दूसरे इलाके में छोड़ा गया था। जिसको देख ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। जिसके बाद मौके पर स्नेक कैचर एक्सपर्ट पहुंचे और जहरीले किंग कोबरा को पकड़ने का प्रयास शुरू किया। काफी मशक्कत के बाद वनकर्मियों ने सांप को पकड़ कर उसे जटाशंकर वन क्षेत्र में छोड़ दिया। बतादें की किंग कोबरा दुनिया के सबसे ज्यादा जहरीले सांपों में से एक होता है।

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