रिजर्व एरिया को छोड़ यूपी का गन्ना लेने,घटतौली करने,बैंक लोन के जरिए किसानों मजदूरों की राशि का घोटाला करने आदि के लिए कुख्यात बगहा चीनी मिल में भाजपा की बैठक से किसानों में आक्रोश
* कंपनियों की पार्टी भाजपा के चलते अभी तक गन्ना का मूल्य नही बढ़ सका : माले
रिजर्व एरिया का गन्ना पहले लेने के बदले उत्तर प्रदेश का गन्ना पहले लेने,प्रति 100 क्विंटल गन्ना पर 5-7 क्विंटल तक कम तौल कर किसानों को लूटने,पूर्व में सहवर्ती फसल सरसों,आलू की खेती के लिए किसानों के नाम बैंक से ली
गई करोड़ों की सब्सिडी राशि का घोटाला करने जैसे काले कारनामों के लिए कुख्यात बगहा चीनी मिल में भाजपा नेताओं की बैठक से किसानों में काफी आक्रोश है।उक्त स्थिति बताते हुए बिहार राज्य गन्ना उत्पादक किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष, भाकपा माले नेता और सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार की स्थिति भोजपुरी कहावत मांस की मोटरी गिद्ध रखवार जैसी है।माले नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली तैयारी क्रम में भाजपा नेताओं की बगहा चीनी मिल में हो रही बैठक पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे।उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सत्ता में आने के पहले 2022 में किसानों की आय को दो गुना करने का वादा करती थी,लेकिन भाजपा के सत्ता में आने के बाद किसानों के गन्ना का मूल्य हर साल गन्ना सीजन के अंत में घोषित करने या नहीं ही करने की परंपरा सी बन गई है। भाजपा की केंद्र सरकार कंपनियों की कंपनियों के लिए कंपनियों द्वारा चलने वाली सरकार है माले नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मिल मालिकों के दबाव में गन्ना मूल्य नही बढ़ सका है जिसके चलते बिहार में गन्ना मूल्य नही बढ़ सका है।सभी चीनी मिल मालिक और कंपनिया अपने हितों के लिए भाजपा को चला रही हैं।रैली पर जनता से लूटा गया पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है। उन्होंने नेपाल से शादी विवाह में आने जाने वालों को हुई भारी परेशानियों पर भी क्षोभ व्यक्त किया।