सदर प्रखंड के सभागार भवन में जिला पदाधिकारी, सुपौल, कौशल कुमार की अध्यक्षता में बाढ़ पूर्व समीक्षात्मक बैठक आयोजित किया गया
✍️ जितेन्द्र कुमार, जिला ब्यूरो
– अमिट लेख, 13 जून 2023
सुपौल, (विशेष)। जिला पदाधिकारी, सुपौल ने समीक्षा के दौरान बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से वहां की वस्तु स्थिति के बारे में जानकारी ली।
कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को शत प्रतिशत सहायता उपलब्ध हो इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मे समन्वय स्थापित होना बहुत जरूरी है। जिससे बाढ़ की अवधि में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत व परेशानी लोगों को ना हो। जिला पदाधिकारी कौशल कुमार ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी कहां की बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ से पूर्व ही सभी तरह के निरोधात्मक कार्य को पूर्ण कर लिया जाय। मालूम हो कि सदर अंचल क्षेत्र के चार पंचायत बैरिया, घूरन, बलवा, तेलवा पंचायत पूरी तरह बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आता है। जबकि चार पंचायत गोपालपुरसिरे, रामदतपट्टी, बसबिट्टी एवं बकौर पंचायत के अधिकांश वार्ड बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से प्रभावित होता है। प्रशासन के द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ प्रभावित परिवारों को ऊंचे स्थानों पर रहने को लेकर 8 स्थलों का चयन किया गया है. साथ ही सदर अंचल अंतर्गत सभी 26 पंचायतों में बाढ़ से प्रभावित लोगों को रहने के लिए ऊंचा स्थल चिन्हित किया गया है। बाढ़ प्रभावित लोगों को सहायता के लिए चार सहायता केंद्र भी बनाया गया है। पंचायत सरकार भवन बैरिया, पिपराहरि मध्य विद्यालय, मध्य विद्यालय पालीगंज एवं मध्य विद्यालय बसबिट्टी को सहायता केंद्र बनाया गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दंडाधिकारी, नाविक, गौतखोर, रसोईया की नियुक्ति कर दी गई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में करीब 10393 परिवार रहे हैं। जिसमें 9514 बीपीएल परिवार एवं 878 एपीएल परिवार हैं। बाढ़ पूर्व सड़क पुल, पुलिया को वर्तमान स्थिति राहत कार्य सुचारू रूप से चलाने हेतु बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में यत्र तत्र टूटे हुए सड़क पुल का निर्माण, मरम्मत कराने का निर्देश भी दिया गया। वही लोक स्वास्थ्य विभाग को पेयजल आपूर्ति से संबंधित व्यवस्था को सुचारू करने को कहा गया। सदर अंचलाधिकारी, सुपौल प्रिंस राज ने बताया कि आज जिला पदाधिकारी सुपौल की अध्यक्षता में बाढ़ पूर्व समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई जिसमें बाढ़ से निपटने के लिए कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। वहीं बाढ़ अवधि के दौरान पदाधिकारियों की नियुक्ति आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए ऊंचे स्थलों का चयन सहित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव को लेकर चर्चा की गई। बताया कि अभी सदर अंचल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों गोताखोर की नियुक्ति की गई है वहीं लोगों को आवागमन को लेकर गैर सरकारी नाव 40 एवं सरकारी नौकरी 12 उपलब्ध है। उक्त बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी, सुपौल, मनीष कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी, सुपौल, श्रीमति ज्योति गामी, अंचलाधिकारी, सुपौल, श्री प्रिंस राज, बी0पी0आर0ओ0 श्री कालीचरण, प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी, आशुतोष कुमार, पिपरा विधायक प्रतिनिधि, जितेंद्र कुमार सिंटू, जिप सदस्य परवेज नैयर, रजनीश सिंह, महेश्वरी यादव, मुखिया जियाउर्रहमान, मुखिया, तुलाई पासवान, अब्बू नसर, अंबिका कुमारी, सुमित्रा देवी, इंदु देवी, रामचंद्र यादव, शिव कुमार महतो समेत सदर अंचल के कई पदाधिकारी समेत जनप्रतिनिधि मौजूद थे।