25 जून तक पूरे बिहार में 76 फीसदी कम हुई बारिश
आइएमडी पटना के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी आशीष कुमार का कहना है कि प्रदेश में मॉनसून का मजबूत सिस्टम अब तक सक्रिय नहीं है
✍️ दिवाकर पाण्डेय, जिला न्यूज़ ब्यूरो
– अमिट लेख
मोतिहारी, (विशेष)। मॉनसून की लाइन पूरे बिहार को कवर कर चुकी है लेकिन बिहार में मॉनसून का मुकम्मल सिस्टम अब तक सक्रिय नही है।
आइएमडी पटना के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी आशीष कुमार के अनुसार बिहार की तरफ आने वाला मॉनसून सिस्टम सेंट्रल इंडिया मध्य भारत की तरफ मूव कर रहा है। ऐसे में प्रदेश में मॉनसून का मजबूत सिस्टम सक्रिय नही है। यह स्थिति कमोबेश जून के शेष दिनों में भी बने रहने का पूर्वानुमान है। आशीष के अनुसार जुलाई के पूर्वानुमान का हमें इंतजार करना चाहिए। मानसून के पूरी तरह से सक्रिय नहीं होने की वजह से 25 जून तक पूरे बिहार में 76 फीसदी कम बारिश हुई है। 10 जिले ऐसे हैं, जहां 90 से 100 फीसदी तक कम बारिश हुई है। तकनीकी तौर पर केवल किशनगंज में सामान्य बारिश हुई है। हालांकि यहां भी सामान्य से 16 फीसदी कम बारिश हुई है। सच्चाई यह कि बिहार के एक भी जिले में अब तक सामान्य बारिश नहीं हुई है। रविवार को पूरी बिहार में औसतन एक मिलीमीटर बारिश भी दर्ज नहीं हुई है। बिहार में केवल 0.6 मिलीमीटर बारिश हुई। रविवार को अररिया में पांच मिलीमीटर, औरंगाबाद में 1.2 , भभुआ( कैमूर) में 2.9, बक्सर में 4.7 ,कटिहार में 0.3 , किशनगंज में 2.2, पश्चिमी चंपारण और रोहतास में केवल 1.3 मिलीमीटर बारिश हुई है। शेष 30 जिलों में रविवार को पानी नही बरसा है। प्रदेश में बेहद कम बारिश होने से धान की रोपणी पर सीधा असर पड़ना तय है। खासतौर पर बिहार में धान का कटोरा कहा जाने वाला क्षेत्र भी अभी सूखे की स्थिति है। हालांकि कम अवधि के धान रोपायी का समय अभी बाकी है। आइएमडी पटना के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी आशीष कुमार का कहना है कि प्रदेश में मॉनसून का मजबूत सिस्टम अब तक सक्रिय नहीं है। यह स्थिति कमोबेश जून के शेष दिनों में भी बने रहने का पूर्वानुमान है। दरअसल बिहार की तरफ आने वाला मॉनसून सिस्टम सेंट्रल इंडिया की तरफ मूव कर रहा है। जुलाई का पूर्वानुमान अभी आयेगा। हमें उसका इंतजार करना चाहिए।
वहीँ जिले में बढ़ चली तापमान के मद्देनज़र जिला दंडाधिकारी पूर्वी चम्पारण ने आदेश जारी कर जिला के सभी आंगनबाडी, प्री नर्सरी से बारहवीं कक्षा तक के स्कूलों में दिनांक 26/06/23 से दिनांक 28/06/23 तक पठन-पाठन पर रोक लगा दी है।