



शहर के गोपाल साह विधालय के पुराने छात्रावास स्थित शताब्दी लेखक जॉर्ज ऑरवेल के जन्मस्थली पर रविवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया
दिवाकर पाण्डेय, जिला न्यूज़ ब्यूरो
-अमिट लेख
मोतिहारी। शहर के गोपाल साह विधालय के पुराने छात्रावास स्थित शताब्दी लेखक जॉर्ज ऑरवेल के जन्मस्थली पर रविवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवत्त शिक्षक अमित सेन ने किया,वही संचालन मनोज कुमार गुप्ता ने की कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में जदयू नेता व ग्रीन एंड क्लीन के संस्थापक अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह ने कहा कि जार्ज ऑरवेल अंग्रेज होकर भी अंग्रेजी शासन के खिलाफ साहित्य के माध्यम से बोलना लिखना शुरू किया, जो एक मिसाल है। उन्होने अपनी रचना एनिमलफॉर्म नामक पुस्तक में हिंदुस्तानियों के सबसे बड़े हिमायती होने का प्रमाण दिया है। उन्होने पॉलिटिक्स एंड इंग्लिश लैंग्वेज द रोड टू विज़न प्लेयर नामक पुस्तक भी लिखी। साथ ही उन्होने व्यंग्यपूर्ण रचनाओ से तत्कालीन अंग्रेजी हुकुमत की आलोचना भी किया। बताते चले कि जॉर्ज ऑरवेल का जन्म मोतिहारी के गोपाल साह विद्यालय के हॉस्टल के प्रांगण में हुआ था,जो अंग्रेजी शासन काल में नील और अफीम के गोदाम हुआ करता था। ब्रिटिश राज्य में जॉर्ज ऑरवेल के पिता इसके अधिकारी हुआ करते थे,इनका जन्म 25 जून 1903 में हुआ था उनकी शिक्षा यूनाइटेड किंगडम में हुई थी,लेकिन इनका बचपन मोतिहारी में बीता,इनके द्घारा रचित साहित्य पूरे विश्व में विख्यात हुआ इनकी मृत्यु 21 जनवरी 1950 में हुआ।कार्यक्रम को संजय कुमार लोहिया,प्रेम शंकर प्रसाद, शिखा लोहिया, विजेंद्र प्रसाद, श्याम बाबू रविशंकर प्रसाद आदि ने भी संबोधित किया।