आदर्श मध्य विद्यालय चकिया बालक के प्रांगण में सोमवार को प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य एवं दिव्यांगता जांच शिविर का आयोजन किया गया
प्रतिनिधि
– अमिट लेख
चकिया। शहर के मुजफ्फरपुर रोड स्थित आदर्श मध्य विद्यालय चकिया बालक के प्रांगण में सोमवार को प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य एवं दिव्यांगता जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न विधालयों में अध्ययनरत शून्य से 18 वर्ष आयु तक के कुल 70 बच्चों की स्वास्थ्य सहित दिव्यांगता से संबंधित जांचोपरांत चिकित्सकों ने उचित परामर्श के साथ-साथ दिव्यांगता प्रमाण पत्र व उपलब्ध औषधि भी दिया गया। वहीं यूडीआईडी कार्ड बनाने के लिए सूचीबद्ध किया गया यूडीआईडी कार्ड के माध्यम से सरकार द्वारा मिलने वाला लाभ दिया जाएगा। सदर अस्पताल मोतिहारी से आए डॉ प्रवेज अनवर हड्डी रोग विशेषज्ञ तथा डॉ सुभाषचंद्र बोस जेनरल फिजिशियन एंव डॉ नवीन नेत्ररोग व डॉ प्रीति ईएनटी ने दुरदराज से आए दिव्यांग बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की तथा उचित परामर्श दिया ।इस दौरान स्वास्थ्य जांच कर रहे चिकित्सकों ने बताया कि बच्चा जब मां के गर्भ में होता है तो सजग रहने की जरूरत है आवश्यक जांच के अभाव व पर्याप्त मात्रा में गर्भवती महिलाओं को भोजन के माध्यम से मिलने वाले पोषक तत्व की कमी के कारण शिशू का समुचित विकास नहीं होता दुष्परिणाम दिव्यांगता का क्या खतरा बना रहता है। दुसरी तरफ इधर के पानी दूषित अधिक मात्रा में पाया जाना एवं अल्प आयु में हुई विवाह समाजिक समाजिक बनावट तथा दुषित वातावरण के अलावा असुरक्षित प्रसव भी दिव्यांगता के लिए जिम्मेवार है।इसके लिए के समाज में जागरूकता फैलाने की जरूरत है ताकि बच्चे स्वास्थ्य एवं सुरक्षित जन्म ले सके। शिविर को सफल बनाने में बिहार शिक्षा परियोजना की ओर से आए दिलीप चौधरी, आलोक मिश्रा, कुमारी अमृता, मणिकांत चौधरी व संजू कुमारी तथा आशीष गुप्ता ने अहम भूमिका निभाई। स्वास्थ्य जांच के लिए बने केंद्र पर एक अजीबो गरीब मामले माहौल था।अधिकतर अभिभावक अपने दिव्यांग बच्चों को सम्भालने में लगे थे। रक्सौल से आई मीरा देवी के दो बच्चे हैं तथा दोनों सीपी रोग से ग्रस्त जबकि प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत गांव सिरसियां निवासी धर्मेन्द्र बैठा का दो पुत्र दिव्यांग है बताया कि मजदूरी कर परिवार चलाना पड़ता है उस पर दो बच्चे दिव्यांग है परिवार संचालन में खासे परेशानियों का सामना करना पड़ता है।