



जख्मी गोलीकांड पीड़ित का त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल में बिजली नही रहने नहीं रहने के कारण टॉर्च की रौशनी में ईलाज किया गया
संतोष कुमार, अनुमंडल ब्यूरो
– अमिट लेख
त्रिवेणीगंज, (सुपौल)। प्रखंड क्षेत्र के जदिया थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 14 में कल रोज मंगलवार की देर रात्रि में महिला से आपसी विवाद के दौरान भतीजा ने चाचा को गोली मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया।
जख्मी गोलीकांड पीड़ित का त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल में बिजली नही रहने नहीं रहने के कारण टॉर्च की रौशनी में ईलाज किया गया। जबकि बिहार की स्वास्थ व्यवस्था मिशन 60 चलाकर बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था देने का सरकार के द्वारा दावा करती है। दरअसल जदिया वार्ड नम्बर 14 में महिलाओं के आपसी विवाद में भतीजा ने चाचा को गोली मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया गया। जख्मी चाचा को परिजनों द्वारा त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया।
जहां ड्यूटी पर तैनात डॉ.बीएन पासवान द्वारा प्राथमिक उपचार कर बेहतर ईलाज लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। लेकिन इस दौरान अनुमंडलीय अस्पताल से एक शर्मनाक तस्वीर सामने आई जहां जख्मी व्यक्ति का उपचार सरकारी अस्पताल में मोबाइल के टॉर्च की रोशनी में किया गया। जिस वक्त जख्मी मरीज का उपचार चल रहा था उस बिजली नहीं थी। और समस्या ज्यादा गंभीर थी। तब जेनरेटर की व्यवस्था नही रहने की वजह से पुलिस के वरीय अधिकारियों की मौजूदगी में मोबाइल की रोशनी से उसका उपचार किया। इस बाबत अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक नीरज चौधरी ने बताया कि सब एनजीओ का प्रॉब्लम है। बार-बार इस तरह की बात होती है। बार-बार एनजीओ को लेटर दिया गया है। एसडीओ साहब को भी प्रतिलिपि दिया गया है। फिर भी एनजीओ पर कोई कार्यवाई नहीं होती है।