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Post: पहले 156 रुपये आता था बिजली बिल, अचानक आया एक लाख

पहले 156 रुपये आता था बिजली बिल, अचानक आया एक लाख

शिकायत सुन चौके सीएम लगाया अधिकारी को फोन

आज जनता दरबार में पहुंचे चौवालिस फरियादी

पूर्वी चम्पारण से दो

पूजा शर्मा

–  अमिट लेख
पटना, (कार्यालय ब्यूरो)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सोमवार को सचिवालय परिसर में आयोजित जनता के दरबार में राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 44 लोगों की समस्याओं को सुने। इसके साथ ही संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, वित्त विभाग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग समेत कई अन्य विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुयी। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में वैशाली जिले से आए एक फरियादी ने कहा कि उसका बिजली बिल 156 रुपये आता था। लेकिन अब अचानक एक लाख रुपये का बिल आ गया है। यह बात सुनकर नीतीश कुमार चौंक गए और वहां मौजूद अधिकारी को बिजली विभाग में फोन लगाने को बोला। उन्होंने कहा कि वैशाली से एक शख्स आए है। जरा देख लीजिए। कह रहे हैं कि बिजली बिल में बहुत ज्यादा पैसा आ रहा है। जनता दरबार में कटिहार जिले से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से फरियाद करते हुए कहा कि मेरे पिता जी सरकारी कर्मचारी थे उनका वर्ष 2017 में निधन हो गया था लेकिन अब तक अनुकंपा पर न नौकरी मिली और नहीं कोई सुविधा मिली। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सहरसा जिले से आये एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए कहा कि हमारे यहां अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनना था मगर अब तक अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना नहीं हो सकी है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। शेखपुरा जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग से पिताजी के सेवानिवृत होने के बाद अब तक किसी भी प्रकार का लाभ नहीं मिला है। जिससे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मुंगेर जिले से आयी एक युवती ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे पिता जी जो सरकारी कर्मचारी थे उनकी कोरोना से मृत्यु हो गई थी। निधन के उपरांत न तो सेवांत लाभ दिया गया और ना ही अनुकंपा पर नौकरी दी गयी। कोरोना से मृत्यु होने पर मिलनेवाली अनुदान राशि भी नहीं प्राप्त हुयी है। मुंगेर जिले से ही आए एक अन्य युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मैं दिव्यांग हूं चलने फिरने में दिक्कत होती है। मुझे ट्राइसाइकिल उपलब्ध करायी जाए ताकि मुझे अपने कार्य करने में सुविधा हो सके। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। पूर्वी चंपारण जिले से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी माताजी का वर्ष 2021 में ही कोरोना से निधन हो गया लेकिन अब तक अनुदान राशि प्राप्त नहीं हुई। पूर्वी चंपारण जिले से ही आए एक दिव्यांग ने आग्रह करते हुए कहा दिव्यांगजन को निर्गत किए गए राशन कार्ड में अनियमितता बरती गई है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

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