विशेष ब्यूरो दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट:-
एनडीए का कलह आया बाहर
न्यूज डेस्क राजधानी
दिवाकर पाण्डेय
-अमिट लेख
पटना(ए.एन.न्यूज़)। जहानाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री ने जिस तरह एनडीए की पार्टियों पर निशाना साधते हुए औकात दिखाने की बात कही थी। इसके बाद एनडीए की अंदरुनी कलह खुलकर सामने आ गई है। वहीं विपक्ष को बैठे बिठाए सत्तारुढ़ पार्टी को घेरने का मौका मिल गया है। कांग्रेस ने कहा है कि जो हाल एनडीए में पशुपति पारस का हुआ है, वही हाल जीतन राम मांझी का बीजेपी और जदयू करने जा रही है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि बिहार में एनडीए की गड़बड़ी सामने आने लगी है। पहले उपेन्द्र कुशवाहा और अब जीतन राम मांझी की बातें ये बताने को काफी है कि एनडीए में सीट बंटवारे से जुड़ी कलह अब सामने आने लगी है और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का गलतबयानी भी हकीकत स्पष्ट कर रही है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कटाक्ष करते हुए सवाल किया कि जब प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने बयान दे दिया है कि एनडीए में सीट बंटवारा हो चुका है तब जीतन राम मांझी क्यों सीट की डिमांड रोज नए मंचों से कर रहे हैं, क्या उनको इस गठबंधन से हटा दिया गया है या उनका हाल भी भाजपा जदयू मिलकर पशुपति पारस जैसा करने वाली है? केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के 20 सीटों के मांग ने यह बता दिया है कि एनडीए में उनका हाल भी पशुपति कुमार पारस जैसा है। बिहार में भाजपा ने अपने सहयोगियों को दोयम दर्जे पर रख कर सीटों का बंटवारा कर दिया है और अपने सहयोगियों को भी वास्तविक स्थिति साझा नहीं किया है। जब भाजपा के अध्यक्ष ने सीट बंटवारे की बात कह दी है तो यह स्पष्ट होना चाहिए कि क्या मांझी के बगैर ही वो सीटों का बंटवारा कर चुकी है। बिहार एनडीए में फूट नई नहीं है इससे पहले भी ऐसे बयान सहयोगियों द्वारा आ चुके हैं और आने वाले समय में उनके द्वारा नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिए भी चिराग पासवान की लोजपा का भाजपा पुनः इस्तेमाल करने वाली है। जीतन राम मांझी का बयान यह स्पष्ट करता है कि सीट बंटवारे पर एनडीए में संशय बना हुआ है और भाजपा जदयू अपने अन्य सभी सहयोगियों को दरकिनार कर रही है। जीतन राम मांझी ने भाजपा के हालिया धोखे पर उसको औकात बताने की कसम खाई थी और अब वो कसम धरातल पर दिखनी शुरू हो चुकी है।