



प्रशिक्षक के लिए अपनाएं समानता की नीति
लगभग 12 साल से सेवा देने वाले प्रशिक्षकों के प्रति संवेदनशील रवैया अपनाए अधिकारी
अधिकारी के करीबी प्रशिक्षक काट रहे चांदी बाकी प्रशिक्षक की स्थिति बद से बदतर
मुंगेर से निरंजन कुमार की रिपोर्ट :
– अमिट लेख
मुंगेर, (जिला ब्यूरो)। स्वास्थ्य कार्यकर्ता आशा के आकर्षित जन आंदोलन से उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अवगत हैं उन्हीं के पहल पर आशा का मांग को पूरा किया गया। वहीं, आशा को प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षकों की स्थिति ठीक नहीं है अब हालत ऐसी हो गई है कि इंडक्शन ट्रेनिंग में भी पारदर्शिता का अभाव देखने लगा है। राज्य स्वास्थ्य समिति के अधिकारी के करीबी कुछ प्रशिक्षक की चांदी हो रही है वहीं, अन्य प्रशिक्षकों की स्थिति ठीक नहीं है। गुरुवार को प्रशिक्षक रमाकांत कुमार,चंद्रमणि तिवारी, निलेश कुमार सहित दर्जनों प्रशिक्षकों ने बताया की नई आशा जो बहाल हुए हैं उनको इंडक्शन ट्रेनिंग देना है। जिसके लिए बिहार के के लगभग 180 प्रशिक्षकों को इंडक्शन ट्रेनिंग बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा दी जानी है। वर्तमान मे एक बैच का प्रशिक्षण समाप्त हो गया दूसरा बैच कब होगा तीसरा बैच कब होगा इस बैच में किन-किन प्रशिक्षकों का नाम होगा ताकि वह मानसिक रूप से प्रशिक्षण में अपने उपस्थिति दर्ज कर सके जैसा कि पूर्व में प्रशिक्षण के दौरान होता आ रहा। लेकिन इस प्रकार के महत्वपूर्ण बिंदु की अनदेखी की जा रही है.इस बिंदु पर राज स्वास्थ्य समिति की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं होने से प्रशिक्षकों में नाराजगी का माहौल है। हालांकि कार्यालय का चक्कर काटने वाले कुछ प्रशिक्षकों की मनमानी अन्य साथियों के साथ हो रही है वह अपने आप को अधिकारी समझ बैठे हैं इस स्थिति से अन्य प्रशिक्षकों में भी नाराजगी का माहौल है। इस किस बाबत मुंगेर के प्रशिक्षक राजीव कुमार ने बताया कि सिस्टम को प्रशिक्षकों के प्रति समान रवैया अपनानी चाहिए सभी प्रशिक्षक समान है उनके प्रति संवेदनशील रहे अन्यथा इसका विरोध किया जाएगा।