



महासचिव नीरज बरनवाल ने कहा कि बेतिया राज के राजदेवड़ी में ठेकेदार के गुण्डो का सम्राज्य कायम हो गया है, आए दिन, तांगा चालकों से,ई रिक्शा चालकों से मार पीट, गाली गलौज दिनचर्या हो गया है
न्यूज़ डेस्क, बेतिया
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। प॰ चम्पारण ग्रामीण क्षेत्रीय तांगा चालक कल्याण संघ राजदेवड़ी अपनी ज्वलंत मुद्दों को लेकर अध्यक्ष प्रकाश कुमार वर्मा महासचिव नीरज बरनवाल के नेतृत्व में तांगा परिसर से गगनभेदी नारों के साथ प्रदर्शन राज प्रबंधक बेतिया के समक्ष किया तथा सभा में तब्दील हो गया।
जिसकी अध्यक्षता तांगा चालक के अध्यक्ष प्रकाश कुमार वर्मा ने की। उन्होंने, अपने संबोधन में कहा कि महंगाई बेरोज़गारी अपनी चरम सीमा पर है, मजदूर वर्ग इस महंगाई की मार से दूर दराज गांवो से अपने तांगा को लेकर बेतिया आते हैं जिससे इनकी जिविका चलती है। मगर, बेतिया आने पर बेतिया राज के ठेकेदार गुण्डो के द्वारा टेम्पु का रसीद दिया जाता है। जब इसका विरोध तांगा चालक करते हैं तो उनसे गाली गलौज,मार पीट किया जाता है, जिसे हम बर्दाश्त नही करेंगे। महासचिव नीरज बरनवाल ने कहा कि बेतिया राज के राजदेवड़ी में ठेकेदार के गुण्डो का सम्राज्य कायम हो गया है। आए दिन, तांगा चालकों से,ई रिक्शा चालकों से मार पीट, गाली गलौज दिनचर्या हो गया है। राज प्रबंधक बेतिया राज को सूचना देने के बाद भी इस पर कार्रवाई नहीं किया जा रहा है। इधर कुछ दिनों से तांगा परिसर को कुछ दबंगों द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है। जिसमें बेतिया राज के कुछ अधिकारी चंद पैसों के लालच में उक्त परिसर को कब्जा करवा रहे हैं। मैं राज प्रबंधक बेतिया राज से मांग करता हूं, कि इन समस्याओं पर ध्यान देते हुए त्वरित कार्रवाई करें नहीं तो आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन करने के लिए तांगा चालक बाध्य होंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी बेतिया राज प्रबंधक की होगी। महासचिव नीरज बरनवाल राज प्रबंधक बेतिया राज से मांग किया की तांगा परिसर को प॰ चम्पारण ग्रामीण क्षेत्रीय तांगा चालक कल्याण संघ के नाम से बंदोबस्त किया जाए। उन्होंने ने अपने संबोधन में कहा कि यह तांगा परिसर हमें भिख में नहीं मिला है यह परिसर पूर्व जिलाधिकारी दिवंगत जी कृष्णैया, पूर्व बेतिया राज प्रबंधक सत्यदेव प्रसाद तथा पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी रामाशंकर प्रसाद के द्वारा दिया गया है। जिसे न्यायहित में बंदोबस्त होना चाहिए। प्रदर्शन में संत राम, रेयाजुल मियां, ललन साह, मंजूर आलम, किशोरी साह, मंशुर आलम, बब्लू, जीबोध राम, शंकर गिरी, चेथरू पासवान, म॰फतेह के साथ और भी साथी मौजूद थे।