राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भाजपा की कुर्सी के लिए आजमाए जा रहे नुस्खे और देश की भोली-भाली जनता को धर्म और मजहब के ताने-बाने को हवा देते हुये कुर्सी के लिए गुमराह करने के प्रयासों के खिलाफ आज बड़ा हमला बोला है
पूजा शर्मा
-अमिट लेख
पटना, (कार्यालय ब्यूरो)। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भाजपा की कुर्सी के लिए आजमाए जा रहे नुस्खे और देश की भोली-भाली जनता को धर्म और मजहब के ताने-बाने को हवा देते हुये कुर्सी के लिए गुमराह करने के प्रयासों के खिलाफ आज बड़ा हमला बोला है।
उन्होंने कहा की भगवा नीति के तहत केंद्र सरकार अपनी झूठों को छुपाने के वास्ते अखंड भारत का ऐतिहासिक संविधान को बदलना चाहती है, और इसके लिए विशेष सत्र आहूत की गई है। श्री सिंह ने सपाट शब्दों में जताया की सनातन धर्म की लोग अलग-अलग व्याख्या करते हैं, और केंद्र सरकार की नीतियों को देखते हुए सहज हीं अनुमान लगाया जा सकता है की ये लोग कत्तई सनातनी नहीं हो सकते। प्रदेश अध्यक्ष राजद ने कहा की सनातनी वे होते हैं जो गरीबों की सेवा करते हैं, प्यासे को पानी जो पिलाते हैं। लेकिन कमर में झाड़ू बंधवाने वाला, जात-धर्म और मझाब में विभेदता फ़ैलाने वाला, समाज को सिर्फ कुर्सी के लिए आपस में लड़ाने वाला कदापि सनातनी नहीं हो सकता। उन्होंने आगे कहा की किसी के आस्था पर हम नहीं बोलते है लेकिन कर्मकाण्डी की पोल आमजन खोलते है। हमारे समाज को दिशा देने बाला सनातनी है, हिंदू मुस्लिम की लड़ाई कराने वाले सनातनी नहीं हो सकता है। किसी के बीच में मतभेद नहीं करने बाला सनातनी है, हम लोग जय श्रीराम वाले नहीं बल्कि हे राम बोलना पसंद है उसको मानते है। आरएएसएस को लेकर कहा की इन लोगो को भगाने का काम किया जाएगा। टीका लगाने और दाढ़ी बढ़ाने से कोई सनातनी नहीं हो सकता है। भारत कब ग़ुलाम हुआ सभी जानते है..?