नए संसद भवन का जो उद्घाटन हुआ है, उसको लेकर उमेश कुशवाहा ने कहा 5 नवंबर को आरक्षण बचाओ देश बचाओ कार्यक्रम का वेटरनरी मैदान में आयोजन करेंगे
पूजा शर्मा
– अमिट लेख
पटना, (कार्यालय ब्यूरो)। राजधानी में जदयू की ओर से आहूत प्रेस कांफ्रेंस में आज पार्टी ने निर्णय लिया है। जो आज देश की हालत है, जो देश में राजनीतिक स्थिति है और देश किस ओर से गुजर रहा है तथा जो मौजूदा केंद्र की सरकार है, केंद्र सरकार जो अपने अहंकार में चूर है। आज देश का स्थिति बद से बदतर हो गई है।
नए संसद भवन का जो उद्घाटन हुआ है, उसको लेकर उमेश कुशवाहा ने कहा 5 नवंबर को आरक्षण बचाओ देश बचाओ कार्यक्रम का वेटरनरी मैदान में आयोजन करेंगे। तयशुदा कार्यक्रम के मुताबिक आगामी रणनीति के तहत इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, तमाम मंत्री और विधायक रहेंगे, बड़े पैमाने पर यह कार्यक्रम होगा। और जिसका मैसेज पुरे देश में जाएगा, “देश बचाओ, भाजपा हटाओ, सविधान बचाओ”।
बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि 5 नवंबर को हम लोगों ने तारीख का निर्णय लिया है जो आरएसएस का जो थॉट प्रोसेस है। उसी पर भारतीय जनता पार्टी के लोग चल रहे हैं। आज तक पहली बार जब से विपक्ष के लोगों का गठबंधन हुआ है भारतीय जनता पार्टी को के लोगों को इंडिया के नाम से नफरत हुआ। आरएसएस का यह पुराना थॉट प्रोसेस है, पहली बार हिंदी और इंग्लिश को मिक्स किया गया। भारत के राष्ट्रपति के नाम से हम लोगों ने कहा है लोगों को इनवाइट भी जाता रहा है कार्ड हिंदी में जाता है तब यह जानबूझकर इंडिया जैसे नाम को लेकर या तो यह लोग डर गए हैं, तभी ये लोग पहली बार प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा है। हम लोगों को भारत से और इंडिया से कोई परहेज नहीं है। हम मानते हैं इंडिया और भारत दोनों एक है। हम लोगों जोड़ने की बात करते हैं हम लोगों ने स्लोगन भी लिखा है जुड़ेगा इण्डिया जीतेगा इंडिया। हम लोगों को इस बात की चिंता नहीं है कि भारत लिखते हैं यह लोग आरक्षण पर भी टिप्पा टिप्पणी करते रहे हैं। इसीलिए हम लोगों को 2015 के चुनाव के समय आरएसएस प्रमुख ने आरक्षित पर पूर्ण विचार की आरक्षण के ऊपर बार-बार टीका-टिप्पणी करने का काम किया है। और, जिस तरीके से आरएसएस की सोच है तिरंगा को भी यह लोग बदलना चाहेंगे, ताकि इनके दल का भगवा, देश का झंडा हो जाये। जो दलित परिवार है, इस देश के जो आदिवासी मूल निवासी हैं जो हमेशा वन व्यवस्था के खिलाफ रहे हैं उन लोगों का ऐसा सोच है और ऐसा मन में डर है अगर भारतीय जनता पार्टी आने वाले समय में और सशक्त होगी तो कहीं ना कहीं इन लोग आरक्षण पर भी विश्वास घात करेंगे। इसलिए पार्टी ने यह निर्णय लिया है भीम संसद का आयोजन करेंगे। हम इस प्रदेश में जो आरक्षण के पक्षधर के लोग हैं जो वन व्यवस्था के खिलाफ है उन सब लोगों को इकट्ठा करेंगे, उनके बीच जाने का काम करेंगे। जिलों में जाएंगे और और इस प्रदेश में विकास का माहौल खड़ा करेंगे। जो, दूसरे राज्य के लोग भी अपने राज्यों में आरक्षण के प्रति संवेदना रखने वाले लोगों को गोलबंद करने का काम करेंगे और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मुखर होकर सभी आरक्षण विरोधी भाजपा का हम लोगों ने पोल खोलने का काम करेंगे। और इसी लिए हम लोगों ने कार्यक्रम का आयोजन किया है। हम लोग कोई रैली नहीं कर रहे हैं, क्योंकि रैली-रेला शक्ति प्रदर्शन का काम होता है। हम लोग भीम सांसद कर रहे हैं, जो बाबा साहब भीमराव अंबेडकर किया करते थे। जो महात्मा गांधी के अनुयाई हैं, जो उनकी बातों को मानने वाले लोग हैं। उन लोगों को पटना में बुलाकर किस तरीके से यह लोग आरक्षण और संविधान के खिलाफ खिलवाड़ करने का काम कर रहे हैं, इससे उनको जगाने का काम करेंगे। पार्टी ने यह निर्णय लिया है, लेकिन हम लोगों के साथ यदि एलाइंस पार्टनर कोई आते हैं तो हम लोगों को खुशी होगी।