



पश्चिमी चंपारण जिला के वाल्मीकीनगर में तेंदुआ और भालुओं के चहलकदमी से लोगों की परेशानी बढ़ गई है
बगहा न्यूज़ डेस्क : नसीम खान “क्या”
नंदलाल पटेल
– अमिट लेख
वाल्मीकिनगर, (संवाददाता)। पश्चिमी चंपारण जिला के वाल्मीकीनगर में तेंदुआ और भालुओं के चहलकदमी से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। यहां के प्रोजेक्ट कॉलोनियों में लगातार विचरण कर रहे भालू और तेंदुओं से लोग खौफ में हैं। शनिवार को भी एक तेंदुआ सड़क पार कर जंगल में जाते दिखा।

वीटीआर से सटे रिहायशी इलाकों में भालू और तेंदुओं का आतंक सर चढ़ कर बोल रहा है। शनिवार को भी लोगों ने तेंदुआ को विचरण करते देखा। जिसके बाद लोग भयभीत हैं। बतादें की विगत एक माह से भालू और तेंदुआ लोगों के मुहल्ले तक पहुंच जा रहे हैं। यहीं नहीं एक से एक विषैले सांप भी लोगों के घर और उसके आसपास से तकरीबन प्रतिदिन रेस्क्यू किए जा रहे हैं। हमारे संवादाता नंदलाला पटेल के मुताबिक इंडो नेपाल सीमा पर अवस्थित पर्यटन नगरी वाल्मीकिनगर जंगल से काफी सटा हुआ है। जंगल और पहाड़ों के बीच बसे वाल्मीकिनगर के विभिन्न कॉलोनियों में वन्य जीवों के भ्रमण से यहां के निवासी सांसत में हैं। ई टाइप कॉलोनी निवासी आफरीन खान ने बताया की वाल्मीकि टाइगर रिजर्व अंतर्गत वाल्मीकि आश्रम जाने वाले मार्ग से सटे ई टाइप कॉलोनी है।जहां आए दिन भालू और तेंदुओं की चहलकदमी होती है। कई दफा जब बाघ या तेंदुआ जंगली सुअर या हिरण का पीछा करते हैं तो वे रिहायशी इलाकों की तरफ भागते हैं। इस दौरान बाघ और तेंदुआ अपने शिकार के पीछे पीछे कॉलोनी तक चले आते हैं और लोगों के पालतू जानवरों का भी शिकार कर लेते हैं। बतादें की शनिवार को रिहायशी इलाके के समीप एक तेंदुआ का भ्रमण करते हुए वीडियो लोगों ने बना लिया जो अब तेजी से वायरल हो रहा है। लिहाजा यहां के लोगों का कहना है की वन्य जीवों की चहलकदमी से उन्हें काफी भय लगता है और अनहोनी से वे डरे रहते हैं।