बैरिया थाना दलालों का अड्डा बन गया है, तथा गरीब आदमी को न्याय देने उसकी बात सुनने के बजाय इस तरह की घटनाओं को पुलिस द्वारा अंजाम दिया जा रहा है : भाकपा माले
बहशी जमादार को निलंबित नहीं किया गया तो भाकपा माले करेगी आन्दोलन
न्यूज़ डेस्क, बेतिया
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। बैरिया पुलिस की दरिंदगी के शिकार बैरिया प्रखण्ड के मलाही बलुआ पंचायत मठिया सिरसिया वार्ड संख्या 8 निवासी अशोक पडी़त पिता स्वर्गीय दल्लू पडी़त से भाकपा प्रतिनिधि मंडल जीएमसीएच जाकर मिला। तथा, इस घटना की घोर निंदा करते हुए भाकपा नेताओं ने बहसी जमादार राजेश कुमार को अविलंब निलंबित करने की मांग की।
भाकपा प्रतिनिधि मंडल में जिला सचिव ओम प्रकाश क्रांति, जिला नेता बब्लू दूबे, चन्द्रिका प्रसाद, अंचल सचिव बैरिया ज्वाला कान्त दूबे, बेतिया नगर निगम सचिव संजय सिंह शामिल रहे पीड़ित अशोक पडी़त ने बताया कि उनके पडोस में किसी व्यक्ति से जमीन का विवाद था और दूसरे पक्ष से प्रभावित जमादार पुलिस बल के साथ वहाँ गया और बिना कुछ जाने समझे अशोक पडी़त को मारने पीटने गाली गलौज करने लगा। जब पीडिता की पत्नी आई तो उसे भी गाली गलौज कर भगा दिया तथा अशोक पडी़त को गाड़ी में बैठा कर रास्ते में पीटते थाना लाया और थाना पर भी उसकी पिटाई की गई। बाद में 12 हजार रूपया लेकर पी आर बांड पर अशोक की पत्नी और परिवार वाले थाना से छोडा़ कर लेकर घर गए जहाँ अशोक भीतर मार के कारण बेहोश हो गया। घर वालो ने आनन फानन में बेतिया जी एम सी एच लाये, जहाँ अशोक का इलाज चल रहा है। घटना 6 सितम्बर की है, लेकिन जीएमसीएच में पीड़ित अशोक का व्यान भी पुलिस नहीं ली। अशोक ने बताया कि जमादार एवं साथ में गए पुलिसकर्मियों ने भी अशोक के पत्नी के साथ बदसलूकी किया। भाकपा जिला सचिव ओम प्रकाश क्रांति ने कहा कि जब रक्षक ही भक्षक बन जाए, तो, गरीब आदमी को न्याय कैसे मिलेगा तथा महिलाओं का इज्जत आबरू कैसे बचेगा। बैरिया थाना दलालों का अड्डा बन गया है, तथा गरीब आदमी को न्याय देने उसकी बात सुनने के बजाय इस तरह की घटनाओं को पुलिस द्वारा अंजाम दिया जा रहा है। 14 सितम्बर को पार्टी बैरिया प्रखण्ड सह अंचल कार्यालय पर प्रदर्शन कर बहसी जमादार को निलंबित करने की मांग करेगी और इस घटना के दोषी जमादार को निलंबित नहीं किया गया तो पार्टी बैरिया पुलिस के भ्रष्टाचार को लेकर आगे भी आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी इस घटना की घोर निंदा करते हुए आरक्षी अधिक्षक बेतिया से इस जमादार को निलंबित करने की मांग करती है।