मरीज एम्बुलेंस के लिए अस्पताल दफ्तरों के खाक छानने को मजबूर
न्यूज़ डेस्क, बगहा
नसीम खान ‘क्या’
– अमिट लेख
बगहा, (जिला ब्यूरो)। बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में विगत तीन दिनों से एंबुलेंस सेवा ईंधन के अभाव में ठप्प पड़ा है। मरीज एंबुलेंस के लिए अस्पताल के विभिन्न दफ्तरों का खाक छानने को मजबूर हैं। दरअसल एक 14 वर्षीय आठवीं कक्षा की छात्रा को गंभीर स्थिति में विद्यालय प्रबंधन द्वारा अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया। जहां से उसे जीएमसीएच रेफर किया गया। बताया जा रहा है की छात्रा के मुंह व नाक से लगातार खून बह रहा था। लिहाजा कार्यरत चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए जीएमसीएच बेतिया रेफर कर दिया। सूचना पर परिजन अस्पताल पहुंचे और दो घंटे तक एंबुलेंस के लिए भटकते रहे। अंत में दो घंटे बाद परिजन खुद से एंबुलेंस में डीजल भराकर बेतिया जीएमसीएच के लिए रवाना हुए। बतादें की अनुमंडलीय अस्पताल में चार एंबुलेंस है। चारों जीवनरक्षक एंबुलेंस तीन दिनों से डीजल के अभाव में खड़े है। एंबुलेंस संचालन के लिए सरकार ने पीडीपीएल यानि पशुपति नाथ डिस्ट्रीब्यूटर लिमिटेड को जिम्मेवारी दी है। लेकिन इस एनजीओ की उदासीनता से मरीज परेशान हो रहे हैं। एंबुलेंस चालकों का कहना है की 102 पर फोन करने पर मरीजों को एंबुलेंस की आई डी दे दी जा रही है लेकिन ईंधन मुहैया नहीं कराया जा रहा है। वहीं मरीज के परिजनों का कहना है की 14 वर्षीय सब्बी खान को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सक डाॅ. विनय कुमार ने स्थिति गंभीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिए मरीज को जीएमसीएच बेतिया रेफर कर दिया। रेफर होने के बाद वे लोग एंबुलेंस के लिए कार्यालयों का चक्कर काटते रहे अंत में खुद से डीजल भराकर रेफर मरीज को बेतिया ले गए। इस बाबत प्रभारी उपाधीक्षक डाॅ. के.बी.एन. सिंह ने बताया की ईंधन मामले की गंभीरता को देखते हुए सिविल सर्जन से पूर्व में हीं पत्राचार किया गया है। लेकिन एनजीओ की लापरवाही और उदासीनता के कारण मरीजों को समस्या हो रही है। इसका निदान शीघ्र किया जाना चाहिए।