एजेंसिया हुई सतर्क, भारत नेपाल सीमा पर मानव तस्करी के इस प्रकार के मामले बहुत पकड़ में आ रहे हैं
न्यूज़ डेस्क, बेतिया
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। भारत-नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी कैंप सिकटा, 47वीं वाहिनी एस.एस.बी. के कार्यक्षेत्र में एक 20 वर्षीय मोहम्मद तालीम मियां एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की अंजलि सिंह को शादी के नाम पर बहला फुसला कर नेपाल में एक महिला के पास ले जाने की कोशिश में था। किंतु एसएसबी की नज़रों से बच ना सका और पकड़ा गया। 47वीं वाहिनी एसएसबी की सूचनाशाखा से सूचना मिली कि एक व्यक्ति एक नाबालिग लड़की को लेकर नेपाल निकलने की कोशिश में है। तो संदेह के आधार पर रोक लिया गया। फिर मानव तस्करी के कार्यों की एक्स्पर्ट मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया एसएसबी टीम और एनजीओ प्रयास एड जुबेनाइल सेंटर नाबालिग लड़की की काउंसिलिंग और व्यक्ति से पूछताक्ष के लिए पहुंचे। एसएसबी के सहायक कमांडेंट श्री गुलाब कुमार चौधरी ने कहा कि मानव तस्करी जैसे गंभीर अपराध पर उनके क्षेत्र में विशेष ओपरेशन चलाये जा रहे हैं जिसके सन्दर्भ में ये एक रेस्क्यू केस हुआ है। जब इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने पकड़े गए तालीम मियां से पूछताक्ष की तो संज्ञान मे आया कि ये व्यक्ति की सिर्फ दो महीने में ही नाबालिग लड़की का पीछा कर नाबालिग लड़की को अपने जाल फ़ंसा कर नेपाल ले जाने को तैयार कर लिया। लड़की को अपने जाल में फ़ंसाने के लिए उसके घर के करीब एक दुकान में काम भी करने लगा था। नाबालिग लड़की को शादी करने का प्रलोभन और नौकरी दिलाने का सपना दिखा कर और उसको नेपाल घुमाने के लिए और खूब खर्चा करने का लालच दे कर नेपाल ले जाने की कोशिश कर रहा था। लोगो की नजरो से बचने के लिए और नाबालिग लड़की को अपने विश्वास में लेने के लिए नेपाल जाते वक्त पहले उसकी मांग में सिंदूर लगाया जिससे किसी को कोई संदेह ना हो, इसके बाद नेपाल में किसी महिला के यहाँ जा कर निकाह करना था। जिला समव्यक (पूर्वी चंपारण) आरती कुमारी ने जब नाबालिग लड़की अंजलि सिंह (काल्पनिक नाम) की काउंसिलिंग तो लड़की ने बताया कि उसको ये तालीम मियां 02 महीने से पीछा कर रहा था किंतु फिर एक दिन पता नहीं क्या हुआ, वो उसके झांसे में आ गयी, उसके साथ फोन पर बातें करने लगी, उसने बताया कि उसे मस्जिद भी ले जाया गया था। 28.09.2023 को घरवालों को बिना बताये तालीम मियाँ के साथ भागने को तैयार हो गयी, उसने उसे बोला था कि घर से अपने सब सर्टिफिकेट (आधार, स्कूल सर्टिफिकेट इत्यादि) भी लाने को कहा था। लड़की ने यह भी जानकारी दी कि लड़की ने पहले मना कर दिया था किंतु बाद में लड़की झांसे में आ गयी और नेपाल जाने को तैयार हो गयी। पहले बताते चलें कि मानव तस्करी में लिप्त लोग सबसे पहले पीड़ितों का भरोसा जीतते हैं और इसके लिए वो एक दो वर्ष का समय और पैसा खर्च करते हैं फिर जब अवसर मिलता है लड़कियों को नर्क जैसी जिंदगी में झोंक देते हैं। रेडलाइट एरिया में अधिकतर लड़कियाँ ऐसे ही लोगों के द्वारा फंसा कर लाई जाती हैं। जबकि नाबालिग लड़की की माँ और अन्य रिश्तेदार लड़की को हर तरफ खोज रहे थे। बाद में जब लड़की की माँ और रिश्तेदार आये तो सब भाव विभोर हो गए आँखो में आँसू भर कर एसएसबी को बहुत बहुत धन्यवाद दिया। पकड़े गए व्यक्ति और नाबालिग लड़की को पुलिस थाना सिकटा को अग्रिम कार्यवाही के लिए सौंप व्यक्ति को जेल भेजा गया। प्रयास संस्था प. चंपारण के कार्यकर्ता अमित कुमार द्वारा व्यक्ति पर प्राथमिकी दर्ज की गई। मौके पर एसएसबी कैंप सिकटा से सहायक कमांडेंट श्री गुलाब कुमार चौधरी, निरीक्षक आचिंत्य बन्गाल, मुख्य आरक्षी विशाल, आरक्षी संतोष कुमार, मानव तस्करी रोधी इकाई एसएसबी से इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा, उप-निरीक्षक नेहा सिंह, स.उ.नि.अनिल शर्मा, आरक्षी पम्मी मिश्रा उपस्थित थे और प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर के आरती कुमारी, अमित कुमार, पवन कुमार, कन्हैया कुमार, अनुप्रिया विलियम उपस्थित थे।