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Post: सरस्वती शिशु मंदिर महाराजा हाता आरा में समिति सदस्यों की बैठक

सरस्वती शिशु मंदिर महाराजा हाता आरा में समिति सदस्यों की बैठक

विद्या भारती के प्रदेश मंत्री भरत पूर्वे एवं प्रांतीय कार्यालय के कार्यालय प्रमुख रामचंद्र आर्य बैठक में रहे शामिल

न्यूज़ डेस्क, भोजपुर ब्यूरो

अरुण कुमार ओझा, अनुमंडल ब्यूरो

–  अमिट लेख
आरा/भोजपुर।  बामपली विद्यालय भवन के निर्माण कार्य का अवलोकन किया गया। वाटिका खंड का भी अवलोकन हुआ एवं समिति के सदस्यों के साथ एक बैठक हुई, तत्पश्चात आचार्य परिवार एवं प्रधानाचार्य के साथ एक अनौपचारिक बैठक हुई। इस बैठक में सभी आचार्य परिवार ने अपना-अपना परिचय एवं विद्यालय विकास की बात कही। रामचंद्र आर्य ने सरस्वती शिशु मंदिर को अन्य विद्यालयों से अलग बताया, उन्होंने शून्य कालांश एवं पंचपदी शिक्षण पर भी अपना प्रकाश डाला। उन्होंने कहा आज पूरे भारतवर्ष में न्यू एजुकेशन पॉलिसी पर चर्चा हो रही है पर हमारा विद्यालय प्रारंभ से ही इसी विचारधारा के साथ कार्य करता आ रहा है। हमारे विद्यालय में पठन-पाठन के साथ-साथ संस्कार पक्ष पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है, बच्चों के साथ-साथ उनके घरों एवं समाज के साथ भी हमारा संपर्क रहता है। भरत पूर्वे जी ने कहा कि हमारे आचार्य बहुत ही कर्तव्य निष्ठा के साथ सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालयों में कार्य करते आ रहे हैं। हमारे विद्यालय का लक्ष्य ही है, भैया बहनों का सर्वांगीण विकास हमारे पास जितने संसाधन है उतने संसाधन से ही हम कम खर्चे में भैया बहनों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दे रहें हैं। उनकी शिक्षा संस्कार सहित रहती है। यहां पर बच्चों के सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान दिया जाता है। यहां के बच्चों के अभिभावकों पर अत्यधिक आर्थिक खर्च भी नहीं रहता है, बच्चों को स्वावलंबी बनाने का प्रयास किया जा रहा है, उन्होंने पूर्व छात्रों से संपर्क की भी बात कही। अंत में प्रधानाचार्य रविकांत राय ने आचार्य की ओर से उनका धन्यवाद ज्ञापन करते हुए यह आश्वासन दिया, कि उनके द्वारा जितनी बातें बताई गई हैं, उन पर अमल करने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही, बाम पाली विद्यालय के निर्माण कार्य पर ध्यान रखने एवं दृष्टि देने की बात की भी आग्रह की अंत में शांति मंत्र के साथ यह अनौपचारिक बैठक सम्पन्न हुई।

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