मुखिया सूरज की लोकप्रियता से एक विशेष तबके में बढ़ रही ईर्ष्या और द्वेष : आम लोग
मुखिया के पिता विजय सिंह भी हुये थे नक्सलियों के शिकार, इससे भी असंतुष्ट नक्सलियों ने दो वर्ष बाद उड़ाया था डायनामाइट से मुखिया का घर
लोगों ने घेरा पुलिस थाना, एक हमलावर गिरफ्तार,,
मुखिया संघ के अध्यक्ष उपेंद्र दीक्षित ने जदयू राजद सरकार से मांगी मुखिया लोगों के जान की हिफाज़त
कमलेश यादव
– अमिट लेख
सेमरा बाजार, (प्रतिनिधि) : बगहा के नक्सल प्रभावित इलाका वैरागी सोनवर्षा में मुखिया पर जानलेवा हमला हुआ है। हमला के पीछे मेला का विवाद बताया जा रहा है। इस घटना में तीन लोग जख्मी हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
वहीं पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया है। चिउटाहा थाना क्षेत्र अंतर्गत लगने वाले बैरांटी देवी स्थान मेला में मुखिया पर जानलेवा हमला हुआ है। घटना रात्रि दो बजे की है।
मौके से एक खोखा और एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ है। हालांकि इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया गया है। बैरागी सोनवर्षा पंचायत के मुखिया सूरज सिंह ने बताया की प्रत्येक वर्ष बैराटी मेला का आयोजन मुखिया और उसके अध्यक्ष के नेतृत्व में होता है
लेकिन बगल के पंचायत हसनापुर के ग्रामीणों से इस मुद्दे को लेकर विवाद होता आया है, यहीं वजह है की उनपर हमला किया गया है। इस हमले में तीन युवक जख्मी हुए हैं।
मुखिया ने बताया की इसके पूर्व इनके पिता की भी हत्या नक्सलियों ने कर दी थी और फिर उसके दो वर्ष बाद नक्सलियों ने इनका घर डायनामाइट से उड़ा दिया था। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने थाना का घेराव कर कार्रवाई करने और वरीय पुलिस पदाधिकारियों के बुलाने की मांग की है। ग्रामीण दो घंटों से थाना परिसर और उसके आसपास अड़े हुए हैं।
वहीं मुखिया संघ के अध्यक्ष उपेंद्र दीक्षित ने इस मामले की निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा की मुखिया लोगों की सुरक्षा खतरे में है। यदि नीतीश और तेजस्वी की सरकार बिहार के मुखिया लोगों को सुरक्षा प्रदान नहीं करेगी तो इस सरकार का आगामी चुनाव में विरोध किया जाएगा।