हमारे विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :
शिक्षा मंत्री ने कही बड़ी बात : सरकार पूरे मामले को देखेगी, शिक्षकों के हित को भी देखेगी और शिक्षकों की बात को भी सुनेगी
न्यूज डेस्क, राजधानी पटना
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
पटना, (विशेष ब्यूरो)। सक्षमता परीक्षा के विरोध में मंगलवार 13 फरवरी को नियोजित शिक्षक पटना में सड़क पर उतरे और विरोध प्रदर्शन किया। गर्दनीबाग में करीब 20 हजार के आसपास नियोजित शिक्षक धरना प्रदर्शन में पहुंचे है। इस बीच बिहार के शिक्षा मंत्री ने नियोजित शिक्षकों के लिए राहत वाली खबर दी है। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि जिस चीज का निर्णय नहीं हुआ है। उस मामले पर अभी विरोध-प्रदर्शन करने का क्या तुक है? सरकार अंतिम निर्णय बाद में लेगी। विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सरकार ने कभी नहीं कहा था कि बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा मिलेगा लेकिन शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं कि उनकी नौकरी चली जाएगी। ऐसा निर्णय सरकार के स्तर पर नहीं हुआ है। समिति ने भी अनुशंसा की है सरकार पूरे मामले को देखेगी, शिक्षकों के हित को भी देखेगी और शिक्षकों की बात को भी सुनेगी। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन करने से कुछ होने वाला नहीं है। निश्चित तौर पर सरकार उनकी बात को जरूर सुनेगी। आंदोलन करने से किसी समस्या का समाधान नहीं होने वाला है। दरअसल, नियोजित शिक्षकों की मांग है कि राज्यकर्मी बनने के उपरांत सभी नियोजित शिक्षकों की समानुपातिक वेतन वृद्धि होनी चाहिए। नियोजित शिक्षकों के अनुसार सक्षमता परीक्षा ऑनलाइन लिए जाने में कई सारी व्यावहारिक दिक्कतें है। अधिसंख्य नियोजित शिक्षकों के पास कंप्यूटर चलाने की जानकारी नहीं है। ऐसे में इसलिए सक्षमता परीक्षा का आयोजन करना भी है तो ऑफलाइन हो।