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Post: वल्चर संरक्षण के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

वल्चर संरक्षण के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

जिला ब्यूरो नसीम खान “क्या” की रिपोर्ट :

वन महकमा वल्चर संरक्षण के लिए गंभीर, एक दिवसीय कार्यशाला का किया आयोजन

न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला

नसीम खान “क्या”

– अमिट लेख

बगहा, (ब्यूरो डेस्क)। वन प्रमंडल 2 के वाल्मीकिनगर स्थित वन सभागार में वल्चर संरक्षण को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। डब्लूडब्लूएफ के अधिकारी कमलेश मौर्य ने बताया कि भारत मे गिद्धों की संख्या लगातार घट रही है बल्कि यूं कहें कि इनके स्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है।आज पर्यावरण के लिए गिद्ध प्रजाति के संरक्षण की अवश्यकता है। बतादें की भारत मे 9 प्रजाति के वल्चर पाए जाते हैं।जिनमे अधिकांश प्रजाति खतरे में हैं।इस प्रजातियों के द्वारा मवेशियों के शव को कुशलतापूर्वक खा कर रोगों के प्रसार होने से रोकता है।ऐसी सफाई किसी अन्य सफाई कर्मी के द्वारा नहीं किया जाता है।कार्यशाला में बताया गया कि वलचरों या गिद्धों की पहचान कैसे करे।चोंच की बनावट,पैर व नाखून की बनावट, वल्चर की उड़ान, बेसिक पार्ट आंखों की पुतली, गला, पंख आदि से पहचान करें कि वह पक्षी मांसाहारी है या शाकाहारी है। उसके साथ कैसा व्यवहार करें। वलचरों के क्षेत्र की जानकारी पता कर इसके व्यवहार को परखें। बतातें चलें कि इन गिद्धों के संरक्षण से हमारे पर्यावरण को क्या और कितना फायदा है इसके लिए गांव गांव में डब्लूडब्लूएफ के द्वारा कैम्पेनिंग कर जागरूक किए जाने की योजना है।

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