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Post: इंडो नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र चकदहवा आजादी के 75 साल बाद भी बुनियादी सुविधाओं से है बंचित

इंडो नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र चकदहवा आजादी के 75 साल बाद भी बुनियादी सुविधाओं से है बंचित

जिला ब्यूरो नसीम खान “क्या” की रिपोर्ट 

चकदहवा का 6 महीने से सोलर प्लांट ठप भीषण गर्मी से हाहाकार मचा

न्यूज डेस्क,बगहा पुलिस जिला 

ब्यूरो नसीम खान “क्या”

अमिट लेख 

बगहा (ब्यूरो डेस्क)। इंडो नेपाल का सीमावर्ती दुर्गम क्षेत्र चकदहवा समेत कई गांव आजादी के 75 वर्षों के बाद भी बुनियादी सुविधाओं की बाट जोह रहा है। बगहा वाल्मीकिनगर मुख्य सड़क मार्ग भेड़ियारी से करीब 4 किलोमीटर पर रमपुरवा पंचायत में स्थित गंडक दियारा का दुर्गम क्षेत्र चकदहवा गांव आज भी अपने विकास के लिए बाट जोह रहा है। चकदहवा तक पहुंचना ही काफी दुष्कर है ।कच्ची चिकनी मिट्टी और ऊबड़खाबड़ मार्ग विकास की कहानियां बयां करती नज़र आ रही है। बरसात के दिनों में इस रास्ते से गांव तक पहुचना नरक के सामान हो जाता है।

चकदहवा निवासी शिवजी ने बताया कि चकदहवा व कांही टोला समेत करीब चार गांवों के लोग विकास के नाम पर टिमटिमाती लौ सोलर प्लांट द्वारा आपूर्ति बिजली लाइट के भरोसे जी रहे है,लेकिन पिछले 6 माह से सोलर प्लांट खराब है। काफी फरियादों के बाद 10 दिन पहले कुछ कर्मचारी प्लांट के बैटरी बदल गए लेकिन 20 घरों को छोड़ करीब 100 घरों में बिजली आपूर्ति बंद है। विभागीय उदासीनता के कारणों का खामियाजा इस क्षेत्र के ग्रामीण भोगने पर मजबूर हैं। इधर गर्मी अपने पूरे शबाव पर लोगों को बेहाल किए हुए हैं । बतातें चलें कि चुनाव के समय इस क्षेत्र के विकास को लेकर सरकारी अमलों के द्वारा सरगर्मी तेज कर दिया जाता है लेकिन चुनाव बीतते ग्रामीण ठगा सा महसूस करने लगते हैं। बतादें,आजादी के 75 सालों बाद भी चकदहवा क्षेत्र के लोगों को बुनियादी सुविधाओं का बेसब्री से इंतज़ार है।

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