बेतिया संपादकीय डेस्क से मोहन सिंह की रिपोर्ट :
बेतिया के लगभग हर कोने-कोने में कथित झोलाछाप नर्स और डॉक्टरों का बढ़ता आतंक देखकर अब रूह कांपने लगी है
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (न्यूज़ डेस्क)। पश्चिमी चंपारण जिला मुख्यालय बेतिया के लगभग हर कोने-कोने में कथित झोलाछाप नर्स और डॉक्टरों का बढ़ता आतंक देखकर अब रूह कांपने लगी है। इतना ही नहीं जीएमसीएच अस्पताल के मुख्य द्वार के पास धड़ल्ले से दर्जनों अवैध नर्सिंग होम चलाए जा रहे हैं। बेतिया में संचालित अवैध नर्सिंग होम में खस्सी बकरी की तरह झोलाछाप डॉक्टर और नर्स खुलेआम इंसानों और मासूम नवजात शिशुओ की जान ले रहे है। वही इन झोलाछाप नर्सों और डॉक्टरों का आगे डिग्रीधारी डॉक्टर्स भी हाथ पे हाथ रखे इन नजारों को देखकर विवश है। हॉस्पिटल रोड स्तिथ सोकानी मेडिकल के बगल वाली गली में एक मकान में राय जांच के नाम पर एक बोर्ड लगा हुआ है। सूत्रों के अनुसार मकान के अंदर डॉ पूनम गुप्ता के नाम पर बाहर से दलाल और आशा वाले मरीज को बहला फुसलाकर ले जाते है और मौत के हवाले कर देते है। ताजा मामला आज का है ।बताया जाता है कि गोपालपुर क्षेत्र के घोघा गांव के विक्कू कुमार की पत्नी पूजा देवी का प्रसव कराने हेतु इसी कथित डॉ पूनम गुप्ता के यहाँ भर्ती किया गया और झोला छाप नर्स की लापरवाही से नवजात शिशु की मौत हो गई जहा परिजनो का रो रो कर बुरा हाल दिखा।वही परिजनो ने झोला छाप नर्स पूनम पर ईलाज में लापरवाही का आरोप लगाया।मजे की बात यह है कि डॉक्टर पूनम गुप्ता जिसका नाम लेकर मरीज को बहला फुसलाकर कर ले जाते हैं असल में वह डॉक्टर नहीं एक झोला छाप नर्स है जो गांव देहात के लोगों को बहला फुसला कर डॉ पूनम गुप्ता नाम रखकर मरीज को ले जाकर मौत के हवाले कर देते हैं।वही सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से इस अवैध नर्सिंग होम का संचालन किया जाता है।वही इस मामले को देखते हुए बेतिया सिविल सर्जन को त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी झोला छाप नर्स और डॉक्टरों का व्यवस्था कर सलाखों के पीछे भेजना चाहिए और अवैध क्लिनिक एवं दवा के दुकानों को शील कर रद्द करते हुए उचित कार्रवाई करना चाहिए।