AMIT LEKH

Post: वाराणसी में गंगा नदी में पूर्वी चम्पारण के दो छात्र सहित एक छात्रा की मौत

वाराणसी में गंगा नदी में पूर्वी चम्पारण के दो छात्र सहित एक छात्रा की मौत

विशेष ब्यूरो मोतिहारी सुशांत सिंह की रिपोर्ट :

दो छात्र व एक छात्रा वाराणसी में गंगा नदी में डूबे, एक छात्र का शव बरामद, दो लापता

न्यूज़ डेस्क, जिला पूर्वी चम्पारण 

सुशांत सिंह

– अमिट लेख

मोतिहारी, (ए.एल.न्यूज़)। पूर्वी चंपारण के दो छात्र व एक छात्रा वाराणसी में गंगा नदी में डूब गए। एक छात्र का शव बरामद कर लिया गया, जबकि एक छात्र व छात्रा लापता है। दोनों की तलाश जारी है। यह हादसा शनिवार रात करीब एक बजे के आसपास की है। मृतक वैभव कुमार शहर के चांदमारी मोहल्ला के सत्यप्रकाश सिंह का पुत्र है। उसका शव बरामद कर लिया गया है। वहीं, चांदमारी के मनोज सिंह के पुत्र ऋषि कुमार (22) व रक्सौल की सोना कुमारी (21) की खोज जारी है। दोनों के खोजबीन में जिला पुलिस, लंका थाने की पुलिस व एनडीआरएफ की टीम लगी है, लेकिन रविवार शाम तक लापता दोनों छात्र-छात्रा नहीं मिल पाये। उनके जिंदा होने की उम्मीद भी कम है। लंका थाने की पुलिस ने वैभव के पास से बरामद मोबाइल से परिजनों का नंबर पता किया। वहीं, उसके अन्य दोस्तों से ऋषि व सोना के परिजनों का नंबर लिया, उसके बाद तीनों के परिजनों को घटना की सूचना दी। खबर मिलते ही सत्यप्रकाश व मनोज सिंह अपने रिश्तेदारों के साथ वाराणसी के लिए रवाना हो गये। इधर, वैभव की मौत से उसकी मां रंजू देवी अनजान है। उन्हें सिर्फ इतना बताया गया है कि वैभव नदी में डूब गया है। उसकी खोजबीन जारी है। वह बार-बार लोगों से एक ही सवाल पूछ रही है कि वैभव मिला की नहीं, लेकिन उनके सवालों का जवाब देने की हिम्मत किसी के पास नहीं थी। जब से वैभव के डूबने की खबर मिली है, तब से पानी का एक बूंद भी उनके हलक से नीचे नहीं गया। रिश्तेदार सहित आसपास के लोग उन्हें ढांढस बांधन में लगे है। दूरभाष पर मिडिया से बातचीत में सत्यप्रकाश ने रुंधे कंठ से सिर्फ इतना बताया कि पोस्टमार्टम की प्रक्रिया चल रही है। वैभव व ऋषि को जयपुर जाना था। दोनों शनिवार को घर से निकले। पहले पटना गये, रक्सौल की सोना वहां फिजियोथेरेपी की पढ़ाई करती थीं। उसे बीएचयू में फिजियोथेरेपी से संबंधित कुछ जानकारी लेनी थी। वहीं, पटना के ही तीन और छात्र भी उनके साथ वाराणसी के लिए निकले। रात करीब 10-30 बजे उनकी ट्रेन वाराणसी पहुंची। सुबह पांच बजे वैभव व ऋषि का जयपुर के लिए ट्रेन था। इसलिए सभी साेये नहीं। खाना खाकर टहलने गंगा नदी किनारे चले गये, जहां सोना जेट्टी पर गयी, जहां उसका पैर फिसल गया और गंगा नदी में गिर गयी। उसे बचाने वैभव व ऋषि भी नदी में छलांग लगा दी।

Recent Post